सड़क पर खेल रहे थे बच्चे-तभी अचानक उपर से आ गिरा छत का छज्जा, 1 की मौत 3 घायल

यहा दूसरे मंजिल पर तोड़ने का काम चल रहा था। इस दौरान सड़क की तरफ निकला एक बड़ा छज्जा भरभरा कर नीचे गिर गया। इसके नीचे चार बच्चे दब गए। इसमे एक बच्चे की मौत हो गई। तीन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Update:2019-01-14 19:04 IST

नोएडा: सेक्टर-31 निठारी गांव में उस समय एक बड़ा हादसा हो गया जब एक तीन मंजिला इमारत को तोड़ा जा रहा था। इमारत करीब 26 साल पुरानी थी। जिसको तोड़कर नई इमारत बनाई जानी थी। यहा दूसरे मंजिल पर तोड़ने का काम चल रहा था। इस दौरान सड़क की तरफ निकला एक बड़ा छज्जा भरभरा कर नीचे गिर गया। इसके नीचे चार बच्चे दब गए। इसमे एक बच्चे की मौत हो गई। तीन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट के साथ, प्राधिकरण व पुलिस विभाग के आला अधिकारी पहुंच चुके है। मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। वहीं, दबे बच्चों की शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है। यह इमारत निठारी गांव की सघन गलियों में थी। गरीब तीन मंजिला की इस इमारत में कई कमरे बने थे। जर्जर होने की वजह से इसे तोड़ा जा रहा था।

सिटी मजिस्ट्रेट शेलेंद्र मिश्रा ने बताया कि इमारत को तोड़ने की अनुमति ली गई थी या नहीं इकी जांच की जा रही है। यदि थी तो पूरे मानको का प्रयोग क्यो नहीं किया गया। ऐसे में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने एक लाख रुपए मुआवजे की बात कहीं है। इमारत का छज्जा गिरने से निठारी गांव में हड़कंप का महौल है। गलियां सघन होने के चलते यहां रेसक्यू काम करने में दिकक्त भी आ रही है।

ऐसे हुई घटना

शाम 4:00 बजे ग्राम निठारी में विजेंदर अवाना पुत्र आशा राम के द्वारा अपना पुराना एक बड़ा मकान तोड़ा जा रहा था। तोड़ने के क्रम में उन्होंने पीछे का हिस्सा पीछे की छत तोड़ ली थी। और लापरवाही के द्वारा आगे का छज्जा तोड़ा नहीं गया। जो पीछे की छत टूट जाने की वजह से आगे का छज्जा घर के सामने से निकलने वाली सड़क पर गिर गया। वहां से गुजरने वाले 4 लोग उससे घायल हो गए। जिनमें से एक की मृत्यु हो गई है। प्राधिकरण विशेषाकार्यधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह मकान बंदोबस्ती आबादी अर्थात चकबंदी के पूर्व की आबादी में बना हुआ है मकान पुराना था और जिस को तोड़ा जा रहा था।

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प्राधिकरण गांव में कर चुका था सर्वे

शाहबेरी घटना के बाद प्राधिकरण ने निठारी गांव का सर्वे किया था। इस दौरान 30 से ज्यादा इमारतों को असुरक्षित करार दिया गया था। यही नहीं इमारतों पर असुरक्षित का नोटिस चस्पा किया गया था। इमारतों को खाली करने के निर्देश थे। यह निर्देश था कि यदि इमारत खाली नहीं की जाती तो प्राधिकरण अपने स्तर पर कार्यवाही करते हुए इमारतों को गिरा देगा। ऐसे सिर्फ कागजो में किया गया। इमारत नहीं गिराई गई। लिहाजा अब मालिक द्वारा खुद मकान तोड़ने पर ये हादसा हो गया।

शहर में 1757 इमारते असुरक्षित

शाहबेरी घटना के बाद प्राधिकरण ने चार श्रेणियों में निरीक्षण अभियान चलाया था। पहला असुरक्षित व जर्जर दूसरा अधिसूचित व अर्जित भूमि पर अवैध कब्जा तीसरा अधिसूचित व अनार्जित भूमि पर बनी इमारत व चौथा ग्राम की मूल आबादी में बनी बहुमंजिला इमारत। इसके तहत पहली श्रेणी में कुल 56 जर्जर व असुरक्षित मिले थे।

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इसके साथ ही अधिसूचित व अर्जित क्षेत्र में बहुमंजिला इमारतों की संख्या 114 व अधिसूचित व अनार्जित भवन पर बहुमंजिला इमारतों की संख्या 261 व ग्राम की मूल आबादी में 1326 तीन मंजिला से अधिक की इमारतों को चिन्हित किया गया था। यानी कुल 1757 इमारतों को असुरक्षित करार दिया गया था। इन इमारतो के खिलाफ प्राधिकरण अब तक कोई कार्यवाही नहीं कर सका है।

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