अब ताज का दीदार हुआ मुश्किल, चमक बरकरार रखने के लिए लगवाए जा रहे पाड़

शाहजहां और मुमताज के प्रेम की निशानी ताजमहल का वास्तविक दीदार अब नही हो पाएगा। फ्रंट से अब ताजमहल के बीच की दीवारों पर लोहे के पाइपो की ऊंची पाड़ लगाई जा रही हैं।पाड़ बंधा

Update:2017-05-10 10:30 IST

आगरा: शाहजहां और मुमताज के प्रेम की निशानी ताजमहल का वास्तविक दीदार अब नही हो पाएगा। फ्रंट से अब ताजमहल के बीच की दीवारों पर लोहे के पाइपो की ऊंची पाड़ लगाई जा रही हैं।पाड़ बंधा होने से भले ही ताज की खूबसूरती का वास्तविक दीदार न हो पाए पर पर्यटक इसे भी यादगार मान रहे हैं।

ताज की चमक बरकरार रखने के लिए लगवाए जा रहे पाड़

- धूल और प्रदूषण से पीले हो रहे ताजमहल की सफेदी बरकरार रखने को पिछले दो वर्ष से मडपैक ट्रीटमेंट का काम चल रहा है।

- शुरुआत ताज के दशहरा घाट की ओर से की गई थी।अभी मीनारों पर लोहे के पाइपों की पाड़ लगाकर काम चल रहा है और अब यह ताज के पश्चिम की ओर मस्जिद की तरफ तक पहुंच चुकी है।

- अधीक्षण प्रातत्व भुवन विक्रम सिंह के अनुसार बीस मई से ताज के मुख्य फ्रंट पर मडपैक का काम शुरू होगा।

-अनुमान है कि जुलाई के अंत तक यह काम चलना है।उसके बाद ताज के ऊपर के गुम्बदों पर काम होगा।

-एएसआई की रसायन शाखा द्वारा ताज पर मडपैक का काम शुरू किया गया है।

-मार्च में बजट के कारण यह काम रुका था और अब विभाग की अनुमति से काम फिर शुरू हो गया है।

-20 मई से फ्रंट पर काम शुरू होने से ताजमहल की खूबसूरती कम हो जायेगी और पर्यटकों को पाइपों से ढका हुआ ताज देखना पड़ेगा।

-जुलाई तक भले ही यह काम खत्म हो जाए जिसके बाद ऊपर मुख्य गुम्बद पर काम शुरू होगा।-इसके लिए चरो तरफ से पाइपों का जाल बिछाया जाएगा। इस तरह अब करीब एक साल से ज्यादा समय तक ताज महल पाइपों की कैद में नजर आएगा।

- विभाग इस दौरान दक्षिण पूर्वी मीनारों पर भी मडपैक कराने की सोच रहा है। इन पर पहले से पाड़ बंधी हुई है।

-हालांकि पूर्व में विभाग के कार्य करने की स्पीड और तरीकों को देख कर समय की कल्पना करना मुश्किल ही है।

अब तक ताजमहल के पूर्वी उत्तरी छोर पर मडपैक ट्रीटमेंट हो चुका है।निचली दीवारों पर भी काफी काम हो चुका है।अब पश्चिम की और काम शुरू हो चुका है और 20 मई से दक्षिण की ओर से मड ट्रीटमेंट शुरू होना है।इसके बाद यमुना की ओर महताब बाग़ की साइड काम किया जाना है।

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- ताज घूमने आए मद्रास के विशेश्वर ने कहा कि ताज पर यह लोहा के पाइप थोड़ा सा अजीब हैं पर एक बात है कि अब हमारा बच्चा जब कभी आएगा तो उसे यह नजारा नही मिलेगा।

- इटली की तोशीया ने कहा कि वो लकी हैं कि वो अभी ताज देख रही हैं वरना सामने से अगर यह लग जाता तो कितना बुरा लगता।

बता दें की इससे पहले कई विदेशी टूरिज्म साइट्स अपने कस्टमर्स को इस साल ताजमहल न जाने और बन्द करने जैसी सलाह दे चुकी हैं जिसकी वजह से पर्यटन पर काफी असर पड़ा है।

क्या कहते हैं अधिकारी ?

पुरातत्व विभाग की रसायन शाखा के अधीक्षक एम् के भटनागर ने बताया है कि सीजन शुरू होने से पहले यह काम कर लिया जाएगा।

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