लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में वन, वृक्ष एवं वन्य जीवों के संरक्षण, संवर्धन एवं विकास के निर्देश के साथ ही ग्रीन कवर बढ़ाने के भी निर्देश दिए, सीएम ने अवैध कब्जा की गयी वन भूमि को खाली कराने एवं वन भूमि में अवैध खनन पर सख्ती से नियंत्रण करने के भी निर्देश दिये हैं।
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मुख्यमंत्री ने यह निर्देश शास्त्री भवन में वन एवं वन्य जीव विभाग के प्रस्तुतिकरण के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि वनों के प्रबन्धन व सुरक्षा का आधुनिकीकरण किया जाए। कृषि वानिकी को बढ़ावा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वृक्षारोपण कार्यक्रम जमीन पर नजर आना चाहिए। यह सिर्फ आकड़ों में न हो। उन्होंने वृक्षों की अवैध कटान और पौधरोपण के नाम पर धन के दुरुपयोग को कड़ाई से रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि इनके सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों को गम्भीरता से लिया जाएगा।
उन्होंने वृक्षारोपण के साथ-साथ पौधों के संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि वृक्षारोपण और सामाजिक वानिकी के कार्यक्रमों से लोगों को जोड़ा जाना चाहिए।
सीएम ने कहा कि ग्रीन बेल्ट विकसित किये जाने में जनप्रतिनिधियों,स्थानीय निवासियों, स्वयंसेवी संगठनों, विद्यार्थियों, सामाजिक संस्थाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने ईको-टूरिजम के लिए उचित वातावरण बनाने तथा चिन्हित स्थलों को विकसित करने पर बल दिया और कहा कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय जनता को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। उन्होंने पर्यटकों को उच्चीकृत पारिस्थितिकीय अनुकूल सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वनों के संरक्षण और विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है। जनता को वन सहित अन्य प्राकृतिक संसाधनों के प्रति संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से ईको-टूरिजम को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि पौधशाला प्रबन्धन में उच्च तकनीक का उपयोग किया जाए। वनों के भीतर से गुजरने वाले मार्गों का भी रख-रखाव सुनिश्चित किया जाए, जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा न हो।
अवैध कटान, शिकार व खनन के विरुद्ध अभियान चलाया जाए। योगी ने किसानों के निजी वृक्षों की कटान प्रक्रिया का सरलीकरण किये जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि वन सुरक्षा तंत्र का सुदृढ़ीकरण किया जाए।