योगी सरकार में अफसर भी हो गए धार्मिक, पशुओं के सम्मान की नसीहत
जनता की दिक्कतें दूर करने की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है, वही इससे मुंह छिपाते रहे हैं। जब से प्रदेश की सत्ता बदली है तब से अफसरों के सुर बदलने लगे हैं। वह भी धार्मिक हो चले हैं।
लखनऊ: जनता की दिक्कतें दूर करने की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है, वही इससे मुंह छिपाते रहे हैं। जब से प्रदेश की सत्ता बदली है तब से अफसरों के सुर बदलने लगे हैं। वह भी धार्मिक हो चले हैं।
राजधानी में यूनाइट फाउंडेशन और श्री लक्ष्मण गौशाला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में यह देखने को भी मिला। इस कार्यक्रम में पहुंचे कृषि उत्पादन आयुक्त ने गाय की पूजा की और कहा कि पशुओं के प्रति हमें सम्मान का भाव रखना चाहिए।
साहब यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि परमात्मा ने इस धरती में कई योनियां बनाईं हैं और सबको अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी हैं। धरती के उपयोग का समान अधिकार दिया है।
मनुष्य उनमें श्रेष्ठ है इसलिए उसने धरती पर कब्जा किया और पशुओं को अपने वश में कर लिया। अब जब कार्यक्रम में स्वयं कृषि उत्पादन आयुक्त मौजूद हों, तब मातहत इसमें पीछे कहां रहने वाले हैं।
पशुपालन विभाग के अफसरों ने भी इसमें हाजिरी लगाई। कार्यक्रम के समापन में स्वयं डीजीपी सुलखान सिंह जाएंगे। इस कार्यक्रम का समापन 05 जून को होगा।