ये है UP की शिक्षा व्यवस्था, पढ़ाई-लिखाई के बजाए बच्चे करते हैं मेहनत-मजदूरी
राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा का हाल सुधारने का लाख दावा कर रहे हैं। इतना ही नहीं इसपर लाखों अरोडों रूपए भी खर्च किये गए। मगर इनसब के बावजूद उसकी हालात क्या है ये हम अपको बताएंगे।मामला है
शामली : राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा का हाल सुधारने का लाख दावा कर रही हैं। इतना ही नहीं इसपर लाखों करोड़ों रुपए भी खर्च करने का दावा है । मगर इनसब के बावजूद उसकी हालात क्या है ये आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं। मामला है शामली के एक प्राइमरी स्कूल का जहां मासूम बच्चे आते तो पढ़ने हैं मगर उनसे करवाया कुछ और ही जाता है। यहां के बच्चे स्कूल में सफाई व मजदूरी करते देखे गए।
क्या है पूरा मामला ?
-कैराना के गाँव इस्लामनगर मे प्राथमिक विद्यालय का हाल बहुत ही बुरा है।
-यहां बच्चो से रोजाना सफाई कराई जाती है और सुबह सबसे पहले इन मासूम बच्चों से स्कूल में झाडू लेकर सफाई कराई जाती है।
-उनसे कुर्सी-मेज उठवाकर मजदूरी कराई जाती है और इंटरवल में खाना भी नहीं दिया जाता है।
-बच्चों के अभिभावकों ने कई बार मामले की शिकायत अफसरों से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
क्या कहते है स्कूल के प्रिंसिपल
-वही जब इस मामले में विद्यालय के प्रिंसिपल से पूछा गया तो उनका जवाब कुछ अलग ही था।
-उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान विद्यालय का राशन नहीं भेज रहा है।