UP: योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले साल में अपराधियों की कमर तोड़ी, 3 हजार से अधिक हुए गिरफ्तार
Yogi Government 2.0: पुलिस विभाग ने भी पहले साल का लेखा-जोखा जनता के सामने रखा। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने योगी सरकार 2.0 के एक साल पूरे होने पर उपलब्धियां गिनाई।
Yogi Government 2.0: परसों यानी शनिवार 25 मार्च को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा हो जाएगा। इस मौके पर सरकार के विभिन्न मंत्रालय और विभाग अपना-अपना रिपोर्ट कॉर्ड मीडिया के जरिए जनता के सामने पेश कर रहे हैं। इसी क्रम में पुलिस विभाग ने भी पहले साल का लेखा-जोखा जनता के सामने रखा। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने योगी सरकार 2.0 के एक साल पूरे होने पर उपलब्धियां गिनाई।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था कुमार ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि यूपी में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसला जारी है। बीते एक साल में 21 अपराधियों को एनकाउंटर में ढ़ेर किया गया है, जबकि 1256 घायल हुए हैं। इस दौरान 3052 इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी हुई। गुंडा एक्ट के तहत 70 अरब से अधिक चल-अचल संपत्तियां जब्त की गईं।
एडीजी ने आगे बताया कि 16 मार्च 2022 से 15 मार्च 2023 की अवधि तक गैंगस्टर एक्ट के तहत 3903 मुकदमे कायम किए गए, 12513 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई और 126 के खिलाफ रासुका लगाया गया। प्रदेश स्तर पर माफियाओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ 186 मुकदमे दर्ज किए गए। विभिन्न गैंगों में सक्रिय ऐसे 94 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और पांच मुठभेड़ में मारे गए।
महिला पुलिसकर्मियों की संख्या में हुआ इजाफा
प्रशांत कुमार ने बताया कि साल 2017 के सापेक्ष महिला पुलिसकर्मियों की संख्या ढ़ाई गुना हो गई है। 2017 में 13842 के सापेक्ष वर्तमान में 33877 महिला पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। प्रदेश के 1518 महिला थानों में 15130 महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा तीन महिला पीएसी बटालियन के गठन की प्रक्रिया भी जारी है।
यूपी में क्राइम रेट घटा
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने एनसीआरबी के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए बताया कि यूपी क्राइम रेट में देश में 24वें नंबर पर है। महिला अपराधों में भी प्रदेश 16वें नंबर पर है। रेप के मामलों में यूपी 24वें नंबर पर है। बीते 6-7 सालों में 20 दोषियों को मौत की सजा दिलवाई गई है।
एडीजी प्रशांत ने बताया कि 2017 से अब तक यानी 6 साल में 179 अपराधी एनकाउंटर में ढ़ेर हुए हैं। इस दौरान 15 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। माफियाओं के आपराधिक साम्राज्य को ध्वस्त किया जा रहा है।