पुलिस की प्रताड़ना से युवक ने दी जान, स्थानीय लोगो आक्रोश में
कोतवाली थाना क्षेत्र के मुल्ला टोला मोहल्ले में पुलिस की प्रताड़ना से त्रस्त श्रमिक युवक ने फांसी लगाकर दी जान। मौत के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
जौनपुर: कोतवाली थाना क्षेत्र के मुल्ला टोला मोहल्ले में पुलिस की प्रताड़ना से त्रस्त श्रमिक युवक ने फांसी लगाकर दी जान। मौत के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गये और डायल 112 के सिपाहियों की गिरफ्तारी व कार्यवाही की मांग करने लगे। पुलिस के घंटों मशक्कत के बाद लाश कब्जे में ली जा सकी। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार उक्त मोहल्ला निवासी मो. असलम का 19 वर्षीय पुत्र मो. राजू अपने पिता के साथ रहकर मजदूरी का काम किया करता था। पिता-पुत्र की मजदूरी से मिलने वाली रकम से घर चलाता था।
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आज शनिवार को पुत्र राजू ने काम पर जाने से मना कर दिया, पिता अकेले ही मजदूरी करने चला गया। सुबह लगभग साढ़े नौ बजे के आसपास राजू गोमती नदी के किनारे बैठकर अपने मोबाइल पर टिक-टॉक वीडियो बना रहा था। उसी समय डायल 112 के पुलिस और होमगार्ड वहां पहुंचकर उसे बताया कि तुम्हारे फोन से लखनऊ किसी लड़की से बात कर ब्लैकमेल किया जा रहा है और तुम्हारी शिकायत हमारे पास आयी है। लड़के ने इस बात से जब इनकार किया तो डायल 112 के सिपाही और होमगार्ड उसे मारते हुए थाने ले जा रहे थे।
रास्ते में उसकी मां ने पुलिस को रोक कर मारने का कारण पूछा तो सिपाहियों ने पूर्व में कही बात लड़की को फोन से ब्लैक मेल करने का आरोप लगाया और सुविधा शुल्क की मांग करने लगे। मां ने बेटे को बचाने के लिये सिपाहियों को दो हजार रूपया दे दिया। मां से मिले दो हजार रूपये से सिपाही संतुष्ट नहीं हुए और पुनः 18 हजार रूपये और मांग करने लगे। सिपाही और होमगार्ड यह कहकर चले गये कि 18 हजार रूपये की व्यवस्था करो अभी हम थोड़ी देर में आ रहे हैं।
मां बेटे को बचाने के लिये कर्ज मांगने के लिये घर से निकल गयी। हालात का मारा यह परिवार पुलिस की डिमांड से परेशान हो गया था ।इधर राजू इतनी लंबी रकम की डिमांड सुनकर अपने कमरे में लगे पंखे में रस्सी डालकर आत्मकर कर लिया। कुछ ही देर में परिजन को जब यह बात पता लगी तो पूरे घर में हाहाकार मच गयी। परिवार का रोना व चीखना सुनकर आस-पास के लोग बड़ी संख्या में पहुंच गये। स्थानीय लोगों ने पुलिस के इस रवैये पर आक्रोश जताया और आज के पुलिस कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान उठने लगा। जैसे ही यह जानकारी शहर कोतवाल को मिली वह मौके पर सहयोगी जवानों के साथ पहुंच गये।
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स्थानीय लोगो का आक्रोश देखकर घटना की जानकारी क्षेत्राधिकारी नगर सुशील कुमार सिंह को दिया। इसी के साथ शहर कोतवाल पवन उपाध्याय ने एहतियात के लिये चौकी प्रभारी सरायपोख्ता अरविंद यादव, चौकी प्रभारी शकरमंडी मो. सैफ, चौकी प्रभारी सिपाह संतोष कुमार पांडेय समेत भारी मात्रा में पुलिस फोर्स बुला लिया। स्थानीय लोगों व परिजन लाश को उठने नहीं दे रहे थे, मांग कर रहे थे कि सिपाही और होमगार्ड के खिलाफ मामला दर्ज कर विभागीय कार्यवाही की जाये।
इस मामले में क्षेत्राधिकारी नगर सुशील कुमार सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जायेगी यदि सिपाही और होमगार्ड दोषी पाये जाएंगे तो उनके विरूद्घ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।