×

महाराज जी ! मुझसे पाप हो गया है बोली महिला, अब पछता रही... प्रेमानंद जी महाराज का करारा जवाब और चे तावनी हर स्त्री के लिए है

Premanand Ji Maharaj Warning for Every Woman:प्रेमानंद महाराज आज के समय में सच्चे भक्त और मार्गदर्शन है। वो भटके हुए लोगों को रास्ता दिखा रहे है, जानते है एकांतिक वार्ता में चरित्र पर किये एक सवाल का क्या जवाब दिया महाराज जी ने

Suman  Mishra
Published on: 19 Jun 2025 10:43 AM IST (Updated on: 20 Jun 2025 8:51 AM IST)
महाराज जी ! मुझसे पाप हो गया है बोली महिला, अब पछता रही... प्रेमानंद जी महाराज का करारा जवाब और चे तावनी हर स्त्री के लिए है
X

Premanand Ji Maharaj वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज अपने सहज और सच्चे प्रवचनों से लाखों लोगों के जीवन की दिशा बदलने का कार्य कर रहे हैं। उनके पास देशभर से लोग आते हैं, अपने मन की उलझनें लेकर। वे न सिर्फ सुनते हैं, बल्कि प्रेम और करुणा के साथ समाधान भी सुझाते हैं। हाल ही में एक विवाहित महिला उनके पास आई। उसका मन बहुत भारी था। आंखों में पश्चाताप था और आवाज़ कांप रही थी। उसने महाराज से कहा—

“मुझसे पाप हो गया है”

“महाराज जी, मुझसे बहुत बड़ा पाप हो गया है। पति से संबंध खराब थे, द्वेष था। उसी ग़लत भावना में आकर मैंने किसी और पुरुष से संबंध बना लिए। अब मन जल रहा है। पछतावा हो रहा है।”

महिला की यह बात सुनकर प्रेमानंद महाराज कुछ देर शांत रहे। फिर उन्होंने बड़े संयम और गंभीरता से जवाब दिया—

“आज की सबसे बड़ी समस्या यही है कि जब एक रिश्ता बिगड़ता है, तो हम उस दर्द का जवाब और भी बड़ा दर्द देकर देते हैं। जब पति किसी और की ओर आकर्षित होता है, तो पत्नी कहती है – अब मैं भी वही करूंगी। लेकिन बदले की यह भावना सबसे पहले अपने ही जीवन को नुकसान देती है।”

उन्होंने आगे कहा—महिला की बात सुनने के बाद प्रेमानंद महाराज ने गंभीर स्वर में कहा—

“आज समाज में एक विचित्र प्रवृत्ति उभर रही है। जब पति किसी दूसरी स्त्री की ओर आकर्षित होता है, तो पत्नी कहती है—अब मैं भी देखती हूं। यह सोच ही आत्मविनाश की ओर ले जाती है।”

“अगर पति गलत राह पर जा रहा है तो क्या पत्नी भी वही रास्ता अपनाएगी? क्या कोई एक गलती को दूसरी गलती से ठीक किया जा सकता है?”प्रेमानंद महाराज का यह कथन आधुनिक दांपत्य संबंधों पर एक कटाक्ष था, जिसमें सहनशीलता और समझदारी की जगह अब ईगो और प्रतिक्रिया ने ले ली है।

प्रेमानंद महाराज ने उस महिला से कहा कि अब सबसे पहले वह यह स्वीकार करे कि गलती हुई है – और यह स्वीकार करना ही आधा प्रायश्चित होता है। उन्होंने समझाया—

“अब आप ईश्वर की शरण में आ जाइए। उनके नाम का स्मरण कीजिए, उनके चरणों में खुद को समर्पित कर दीजिए। आने वाले समय में अपने जीवन को एक नई शुरुआत दें। जो हुआ, उसे पीछे छोड़िए, लेकिन भविष्य को पवित्र रखिए।”

प्रेमानंद महाराज ने चरित्र का महत्व पर बल दिया

उन्होंने यह भी जोड़ा—

“हमारा सबसे बड़ा आभूषण हमारा चरित्र है। इसे किसी और की गलती के कारण कलंकित करना आत्मा का अपमान है। पति अगर दुर्बल हुआ, तो पत्नी को और अधिक शक्तिशाली बनना होगा—न कि उसी कमजोरी में डूब जाना।”उन्होंने यह भी कहा कि रिश्ते टूटते हैं, मन दुखी होता है, परंतु ऐसे समय में गलत रास्ता नहीं, बल्कि आत्म-संयम अपनाना चाहिए।“गलती करना मनुष्य की प्रकृति है, लेकिन उसका प्रायश्चित करना और भविष्य में दोहराव न करना, यही सच्ची धार्मिकता है।”

महाराज जी ने उस महिला से कहा—“तुमने गलती स्वीकार की, यही पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात है। अब इस बोझ को उतारना है, तो ईश्वर का सहारा लो। उनके नाम का स्मरण करो, उनके कीर्तन में मन लगाओ और जीवन को फिर से शुद्ध करने का प्रयास करो।”उन्होंने स्पष्ट किया कि पाप से घबराना नहीं चाहिए, लेकिन उसे दोहराना भी नहीं चाहिए। जो बीत गया, उसे पीछे छोड़ो, और जो आने वाला है, उसे पवित्रता से गढ़ो।

प्रेमानंद महाराज की यह सीख न केवल उस महिला के लिए, बल्कि हम सभी के लिए एक गहरा संदेश है—

“दूसरे के बुरे कर्म का जवाब अपने चरित्र को गिराकर मत दो। क्योंकि जब तुम अपनी मर्यादा में रहते हो, तब ही तुम्हारा जीवन दिव्य होता है।”

Start Quiz

This Quiz helps us to increase our knowledge

Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!