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यूपी गजब है ! योगी की पुलिस निभाती है अपराधी से यारी, आईजी की जाँच में आया सामने

Rishi
Published on: 8 April 2017 10:31 AM GMT
यूपी गजब है ! योगी की पुलिस निभाती है अपराधी से यारी, आईजी की जाँच में आया सामने
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गोरखपुर : जिनके ऊपर आम आदमी की सुरक्षा का दारोमदार है, जब वही अपराधियों से मिल जायेंगे। तो कहाँ गुहार लगाएगा दबा कुचला इंसान। जब कानून के रखवाले ही अपराधी से यारी कर लेंगे तो जीना मुश्किल होना ही है। इस बात का खुलासा हुआ आइजी मोहित अग्रवाल की जाँच में। मोहित ने पाया कि गोरखपुर जोन में 242 पुलिसकर्मी दागी हैं। इनके ऊपर अपराधियों से सांठगांठ कर अवैध कार्य करने, जनता से खराब व्यवहार, आय से अधिक संपति अर्जित करने का आरोप है। आईजी ने इन सभी के नाम डीजीपी को सौंप दिए हैं। डीजीपी के आदेश के बाद इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।

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आपको बता दें सबसे ज्यादा 47 दागी पुलिसकर्मी गोरखपुर में हैं। सबसे कम दो गोंडा में। जोन के 11 जिले में तैनात 12 पुलिसकर्मी अपराध में लिप्त हैं, जिसमें सात श्रावस्ती, तीन सिद्धार्थनगर, एक कुशीनगर और एक गोरखपुर में तैनात हैं। अवैध कार्य में संलिप्त 33 पुलिसकर्मियों में 19 गोरखपुर, 11 बस्ती, महराजगंज और सिद्धार्थनगर के एक-एक हैं। जनता से दु‌र्व्यवहार करने वालों की संख्या सबसे ज्यादा नौ गोरखपुर में है। जोन में 20 पुलिसकर्मी मिले थे, जिनका जनता से व्यवहार ठीक नहीं था। जोन में 173 पुलिसवालों पर मुकदमा दर्ज है। तीन पुलिस कर्मियों का चरित्र ठीक नहीं है। गोरखपुर में तैनात एक सिपाही के पास आय से अधिक संपति है।

एनके चौधरी/डी आई रेंज गोरखपुर ने बताया कि दागी पुलिसकर्मियों की संख्या अभी और बढ़ेगी। 242 की सूची में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला अभी विचाराधीन है। ऐसे पुलिसकर्मियों की भी छानबीन चल है जो पूर्व में दागी थे। अधिकारियों ने जांच में क्लिन चिट दे दिया। आइजी इसकी समीक्षा करा रहे हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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