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दर्दनाक: पत्‍नी रूठकर गई मायके तो बच्‍चों संग खाया जहर, पति की मौत

sudhanshu
Published on: 29 Jun 2018 12:20 PM GMT
दर्दनाक: पत्‍नी रूठकर गई मायके तो बच्‍चों संग खाया जहर, पति की मौत
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सहारनपुर: पति पत्नी में होने वाला विवाद कभी इतना भयानक भी हो सकता है यह किसी ने नहीं सोचा था। एक युवक की पत्नी रुठ कर अपने मायके चली गई, जिससे क्षुब्ध होकर पति ने जहर खाकर जान दे दी। यही नहीं युवक ने अपने दो बच्चों को भी जहर दे दिया। युवक की मौत हो गई और उसका शव घर से दूर जंगल में पड़ा मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर और पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। वहीं उसके बच्चों को भी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

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जंगल में मिला शव

जिले के थाना जनकपुरी क्षेत्र के गांव सड़क दूधली निवासी युवक रवि 30 पुत्र रामदास का करीब पांच दिन पहले उसकी पत्नी प्रीति के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। पति से हुए मनमुटाव के बाद रवि की पत्नी प्रीति अपने मायके मुजफ्फरनगर चली गई और दो छोटे बच्चों गोलू 5 वर्ष व मोनू 3 वर्ष को रवि के पास ही छोड़ गई थी। परिजनों के मुताबिक पत्नी के वापस न लौटने से परेशान रवि ने गुरुवार की देर रात पहले शराब पी और फिर दोनों बच्चों को जहरीला पदार्थ खिला खुद भी सल्फास खा लिया। गुरूवार की देर रात को ही रवि और उसके दोनों बच्चों को परिजनों ने जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया था।

गुरुवार की आधी रात के बाद रवि बिना किसी को कुछ बताए जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बिस्तर से उठ कर चला गया। जबकि उसके दोनों बच्चों का बच्चा वार्ड में उपचार चल रहा था। अचानक से रवि के गायब होने से जहां परिजन परेशान हो गए, वहीं अस्पताल प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। रवि की काफी तलाश की गई तो शुक्रवार की दोपहर बाद ग्रामीणों ने रवि का शव गांव के जंगल में पड़ा देखा। इस पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची थाना जनकपुरी पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। इंस्पेक्टर सुशील कुमार दुबे ने बताया कि मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है और शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है।

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अस्पताल कर्मियों की भी लापरवाही

जिला अस्पताल में मरीज के भर्ती होने के बाद कोई व्यवस्था नहीं है कि मरीज की देखरेख सही प्रकार से हो सके। वार्ड में आने वाले मरीज को एक बार दवा देने के बाद स्टाफ दोबारा पीछे मुड़ कर भी नहीं देखता। यही कारण रहा कि जब बच्चा वार्ड में भर्ती दोनों छोटे बच्चों के पास रिश्तेदार देखरेख में लगे थे तो इसका फायदा उठा रवि वहां से बिना बताए चला गया और स्टाफ ने भी उसकी सवेरे तक कोई सुध लेने का प्रयास नहीं किया कि मरीज अपने बिस्तर पर मौजूद है भी या नहीं। बाद में उसके अस्पताल से निकल जाने और उसकी मौत का पता चलने पर उसकी फाइल बंद कर उसके दोनों छोटे बच्चों की भी छुट्टी कर दी गई।

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