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शाहजहांपुर: सिखों और ग्रामीणों के बीच बवाल, यहां हुई थी चूक

sudhanshu
Published on: 26 Aug 2018 10:20 AM GMT
शाहजहांपुर: सिखों और ग्रामीणों के बीच बवाल, यहां हुई थी चूक
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शाहजहांपुर: जिले के बंडा थाना क्षेत्र में गुरूद्वारे के सामने सिखों और ग्रामीणों के बीच राखी का ठेला लगाने को लेकर बीते शनिवार बवाल हो गया था। इस बवाल ने उग्र रूप ले लिया था। पुलिस को स्थिति काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े।

newstrack.com के रिपोर्टर ने मौके का जायजा लिया और पड़ताल करी कि आखिर कहां इतनी बड़ी चूक हुई जो ऐसी घटना घटी। newstrack.com की ग्राउंड रिपोर्ट मे जानिए कि अगर ये चूक न होती तो आज दो पक्ष एक दूसरे के दुश्मन न बनते और बेहद शांतिपूर्ण तरीके से यहां भी रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा होता।

पुलिस ने नहीं की तत्‍काल कार्यवाही

जिस वक्त राखी का ठेला लगाने को लेकर धार्मिक स्थल के सेवादार ने नाबालिग को पीटा था, उस वक्त अगर पुलिस सतर्कता दिखाते हुए कार्यवाही कर देती तो शायद ये घटना बङ़े बवाल का रूप न लेती। बङे अधिकारियों की लापरवाही भी कम नहीं रही। ऐसा लगा मानों पुलिस घटना के बाद ग्रामीणों और सिख समुदाय के लोगों के उग्र होने का इंतजार करती रही और घटना के कई घंटे बाद एसपी और डीएम ने मौके पर जाने की जहमत उठाई। लेकिन तब तक जो नहीं होना चहिए था वह हो चुका था। पुलिस पर पक्षपात करने का भी आरोप लगा है। विशेष समुदाय ने मुख्यमंत्री कार्यालय में भी घटना की जानकारी दी थी। लेकिन वहां से जवाब मिला कि हम यहां धार्मिक मामलो के लि‍ए नहीं बैठे हैं।

धीरे-धीरे बढ़ा बवाल, पुलिस रही मौन

दरअसल घटना होने के बाद जब newstrack.com ने सिखों और ग्रामिणों के बीच हुए संघर्ष मे हुई चूक के बारे मे जानने की कोशिश की तो उसमें छोटे पुलिसकर्मियों से लेकर बङे अधिकारियों तक की लापरवाही सामने आई।

सबसे पहले जब राखी का ठेला लगाने को लेकर नाबालिग और धार्मिक स्थल के सेवादार के बीच विवाद हुआ और जब नाबालिग के डंडा मारा गया तब मामला इतना गर्म नहीं था। ग्रामिणों ने पुलिस को भी सूचना दी थी। लेकिन बंडा थाने की पुलिस ने सतर्कता नही दिखाई और कार्यवाही के नाम पर हीला हवाली करती रही और देखते-देखते नाबालिग पक्ष की ओर से ग्रामीण इकट्ठा होने लगे। काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची जरूर लेकिन तब तक सिख समुदाय के लोग भी गुरूद्वारे में इकट्ठा हो चुके थे। कार्यवाही के लिए पुलिस हिम्मत नहीं जुटा पाई और देखते ही देखते दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए।

दोनों पक्ष जब आमने सामने आए तब घटना हुए करीब दो घंटे बीत चुके थे। लेकिन पुलिस की बड़ी लापरवाही से देखते ही देखते दोनो पक्ष एक दूसरे पर पथराव करने लगे और सिख समुदाय के लोग खुली तलवारें लहराने लगे। उसके बाद माहौल बिगङता चला गया और पुलिस को उपद्रवियों पर लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े। लेकिन तब तक पुलिस प्रशासन का कोई भी बङा अधिकारी मौका पर नहीं पहुंचा था।

घटना को कई घंटे बीत चुके थे। डीएम और एसपी मोके पर नहीं पहुचे थे। यही वजह रही कि छोटे अधिकारियों को सही दिशानिर्देश नहीं मिल पाए। तनाव गांवों तक पहुंचने लगा। उसके बाद जब गांव से मारपीट की खबरें आने लगी और मामला मीडिया मे छाने लगा तो उसके बाद डीएम और एसपी ने मौके पर जाने की जहमत उठाई। जब डीएम और एसपी मौके पर पहुचे तक स्थिति पुलिस की कंट्रोल से बाहर हो चुकी थी। तब खबरे आने लगी कि ग्रामीणों ने बसों और गाङियों को रोकना शुरू कर दिया है। उसमें सिर्फ उन लोगों को पीटा जा रहा है जो सिख समुदाय के हैं। अफवाहों का बजारा बेहद गर्म हो चुका था। उसके बाद डीएम और एसपी एक्टिव हुए और खुद मोर्चा संभाला। उसके बाद कहीं से कोई भी सूचना आती तो डीएम और एसपी खुद मौके पर जाते और लोगों को समझा कर आते।

गुरूद्वारे में डरे-सहमे बैठे रहे लोग

जिस गुरूद्वारा के सामने की ये घटना हुई थी। वहां जाकर देखा तो महिलाएं और सिख समुदाय के लोग बेहद डरे और सहमे थे। गुरूद्वारे के अंदर वह गाङियां भी थीं, जिनमें ग्रामीणों ने तोड़फोड़ की थी। उनके शीशे टूटे थे। तभी गुरूद्वारे में मौजूद सुखजिंदर सिंह नामक युवक आया और उसने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उसने ये भी बताया कि घटना होने के तुरंत बाद जब महौल पुलिस से संभल नहीं रहा था, तब उसने मुख्यमंत्री कार्यालय फोन करके घटना की जानकारी दी थी। उसका कहना था कि हमें मुख्यमंत्री कार्यालय से मदद की पूरी उम्मीद थी लेकिन वहां से ऐसा जवाब मिला कि मदद की सारी उम्मीदें टूट गई। मुख्यमंत्री कार्यालय से जवाब मिला कि हम यहां पर धार्मिक विवादों के लिए नहीं बैठे हैं। आप पुलिस से संपर्क कीजिए। उसके बाद डायल 100 को फोन किया तो वहां से कोई मदद नहीं मिली। कहीं न कहीं छोटे अधिकारियों से लेकर बङे अधिकारियों की लापरवाही से ही इतना बड़ा बवाल हो गया और आज सिख समुदाय और ग्रामिणों के बीच इतनी बड़ी खाई बन गई कि अब इसे पाटने में लंबा वक्‍त लगेगा।

डीएम बोले- सख्‍त एक्‍शन ले रहे

घटना हो जाने पर जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी का कहना है कि वीडियो के आधार पर उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है। माहौल खराब करने वालों पर एनएसए की कार्यवाही की जाएगी।

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