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LU ने मनाया अपना 59वां कनवोकेशन, गवर्नर ने किया कैलेंडर का विमोचन

tiwarishalini
Published on: 14 Jan 2017 10:20 AM GMT
LU ने मनाया अपना 59वां कनवोकेशन, गवर्नर ने किया कैलेंडर का विमोचन
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लखनऊ: आखिरकार वो दिन आ ही गया जिसका हर स्कॉलर बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था। राजधानी स्थित लखनऊ यूनिवर्सिटी का शनिवार को 59वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। इस मौके पर मुख्‍य अतिथि के रूप में इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोंसले के साथ कुलाधिपति गवर्नर रामनाईक ने शिरकत की। इस मौके पर उन्‍होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी के कैलेंडर का विमोचन किया और चीफ जस्टिस संग मेधावियों को मेडल देकर उनका हौंसला भी बढ़ाया।

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कुलगीत और वंदे मातरम् के साथ निकली शोभा यात्रा

- लखनऊ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर एसपी सिंह ने बताया कि 97 साल पहले 25 नवंबर 1920 में इस यूनिवर्सिटी की स्‍थापना हुई थी।

- यहां से देश के पूर्व राष्‍ट्रपति शंकर दयाल शर्मा सहित कई रत्‍न निकले।

- उन्‍होंंने अपने स्‍वागत भाषण में बताया कि वर्तमान में यूनिवर्सिटी 147 एकड़ और 76 एकड़ के दो कैंपसों में फैली है।

- यहां 9 संस्‍थान, एक घटक महाविद्यालय, 1 ऑटोनोमस कॉलेज, 1 एक्‍सीलेंस कालेज, 159 सहयुक्‍त कालेज, 16 हॉस्‍टल, 7 डेलीगेसी हैं।

- इतना ही नहीं केवल यूनिवर्सिटी कैंपस में 25 हजार स्‍टूडेंट्स, 500 प्राध्‍यापक, 1800 शिक्षणेत्‍तर कर्मचारी हैं।

- कार्यक्रम की शुरूआत में कुलाधिपति रामनाईक, मुख्‍य न्‍यायाधीश दिलीप बाबा साहेब भोंसले सहित अन्‍य गणमान्‍य लोगों का वस्‍त्र अलंकरण किया गया।

- इसके बाद गवर्नर रामनाईक की अध्‍यक्षता मे शोभा यात्रा निकाली गई।

- शोभा यात्रा के बाद राष्‍ट्रगीत वंदे मातरम और यूनिवर्सिटी के कुलगीत 'शत शत नमन हमारा इस ज्ञान स्‍त्रोत को' से कार्यक्रम की शुरूआत की गई।

इस बार गवर्नर ने किया कार्यक्रम में बदलाव

- यूनवर्सिटी के प्राक्‍टर प्रोफेसर विनोद सिंह ने बताया कि हर साल कन्‍वोकेशन में पहले गवर्नर का उद्बोधन होता था।

- इसके बाद मेधावियों को मेडल बांटे जाते थे।

- लेकिन इस साल गवर्नर रामनाईक ने वाइस चांसलर से इसमें बदलाव करने काेे कहा।

- गवर्नर रामनाइक ने कहा कि पहले मेधावियों को मेडल बांटे जाएं।

- इसके बाद वह अपना उद्बोधन शुरू करेंगे।

- इससे स्‍टूडेंटस का हौंसला बढ़ाना ज्‍यादा अच्‍छा रहता है।

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इन्‍हें मिला मेडल

- लखनऊ यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में डॉ. चक्रवर्ती गोल्ड मेडल दीप्ती नारायण, चांसलर गोल्ड मेडल रश्मि सिंह, चांसलर सिल्वर मेडल कोमल, चांसलर सिल्वर मेडल गुरुकीरत कौर को मिला।

- वहीं एमएससी की छात्रा रुपाली श्रीवास्तव को सबसे अधिक 12 मेडल मिले।

-इसके अलावा एमए(एनशियंट हिस्ट्री) की छात्रा कोमल को दस मेडल मिले।

-एमएसडब्लू की छात्रा दीप्ति नारायण को पांच मेडल प्राप्त हुए।

- दीक्षांत समारोह के दौरान कुल 187 मेडल मेधावियों को दिए गए।

मेधावी रूपाली ने जीते 12 मेडल, कहा- पिता की तरह बनना है प्रोफेसर

- एलयू के दीक्षांत समारोह में सर्वाधिक मेडल एमएससी मैथ्‍स की रूपाली श्रीवास्‍तव को मिले।

- उन्‍होंने कहा कि वह अपने पिता की तरह ही प्रोफेसर बनना चाहती हैं।

- रूपाली ने सीबीएसई बोर्ड से बारहवीं तक की पढ़ाई की है।

- बारहवीं में भी उन्होंने अपने जिले(कौशांबी) में 98% अंक पाकर पूरा जिला टॉप किया था।

- इसके अलावा एलयू में बीएससी में वह टॉपर रही थीं।

- रुपाली के पिता राम सनेही श्रीवास्तव अरुणाचल प्रदेश में कैमिस्ट्री के प्रोफेसर हैं।

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कोमल को मिले 10 पदक, पिता की मौत के बाद नहीं टूटने दिया हौंसला

- एलयू की एनशियंट हिस्‍ट्री में एमए की स्‍टूडेंट कोमल काेे कुल 9 पदक मिले हैं।

- कोमल राजधानी के राजाजीपुरम एरिया में रहती हैं।

- एमए (एनशियंट हिस्ट्री) की स्टूडेंट कोमल को अलग-अलग कैटेगरी में दस मेडल मिले।

-कोमल ने बताया कि ग्रेजुएशन फाइनल ईयर की पढ़ाई के दौरान उनके पिता का देहांत हो गया था।

- उनके पिता बिजनेसमैैन थे, तो वहीं मां हाउसवाइफ हैं।

- घर में कोई भी कमाने वाले नहीं था।

- पर उन्‍होंने हौंसला नहीं टूटने दिया और कठिन हालातों के बावजूद हार नहीं मानी।

एलयू की यह मेधावी है आईपीएस, पिता की मौत के बाद जीता गोल्‍ड मेडल

- एलयू की पीएचडी हिंदी लिट्रेचर की स्‍टूडेंट रचना सिंह को गोपाल दास मेमोरियल गोल्‍ड मेडल से नवाजा गया है।

- रचना का इस बार आईपीएस की परीक्षा में चयन हो गया है।

- रचना वर्तमान में पुडुचेरी में कार्यरत हैं।

- इनके पति विनीत सिंह लखनऊ में बिजनेसमैन हैं।

- रचना के मुताबिक पीएचडी की पढाई के दौरान उनके पिता की डेथ हो गई।

- इससे उनको काफी झटका लगा लेकिन उन्‍होंने अपना मनोबल टूटने नहीं दिया।

- इस मेडल को उन्‍होंने अपने पिता को समर्पित किया है।

गवर्नर बोले- शोध के काम को मिले बढ़ावा, महिला स‍शक्तिकरण की ओर जा रहा देश

- गवर्नर रामनाईक ने स्‍टूडेंटस का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि मेरा यह लगातार तीसरा दीक्षांत समारोह है।

- इस बार 147 मेडल लड़कियों को मिले हैं और 40 मेडल लड़को को दिए गए हैं।

- यानि लडकियों का परसेंट 79 और लड़को का 21 परसेंट है।

- देश महिला स‍शक्तिकरण की ओर जा रहा है।

- मैं चाहता हूं कि एलयू वीसी शोध के काम को बढ़ावा दें और सुनिश्चित करें कि स्‍टूडेंटस के व्‍यक्तित्‍व का भी विकास हो।

- वहीं चीफ जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोंसले ने कहा कि कभी जीवन में किसी से हार न मानें ।

- हमेशा धैर्य से काम लें और लगातार मेहनत करते रहें तो सफलता जरूर मिलेगी।

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tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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