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AKTU में लांच हुआ 'स्टूडेंट सर्विस ऐप', छात्रों की इन समस्याओं का होगा घर बैठे समाधान

priyankajoshi
Published on: 8 May 2017 8:49 AM GMT
AKTU में लांच हुआ स्टूडेंट सर्विस ऐप, छात्रों की इन समस्याओं का होगा घर बैठे समाधान
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लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) के आईईटी,लखनऊ स्थित अतिथि गृह के कमेटी हाल में आज सोमवार (8 मई) को 11 बजे कैबिनेट मंत्री प्राविधिक शिक्षा आशुतोष टंडन ने 'स्टूडेंट सर्विस एप' लांच किया। इसके साथ ही साथ बीआईआईटी झांसी के तीन भवनों सामुदायिक केंद्र, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम हॉस्टल और मेजर ध्यानचंद हॉस्टल का भी औपचारिक उद्घाटन किया। एकेटीयू वाईस चांसलर प्रोफेसर विनय पाठक ने कहा कि मंत्री सहित सबका स्वागत है। आज एक स्टूडेंट सर्विस एप का लांच किया जा रहा है।

एकेटीयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने बताया कि इस एप के जरिए स्टूडेंट्स को अपनी डिग्री, मार्कशीट सहित अन्य समस्याओं के लिए अपने मोबाइल के जरिए अधिकारियों को अवगत कराने और ऑनलाइन उसका समाधान करने में सहायता मिलेगी। स्टूडेंट्स के शिकायत करने पर उसकी डिग्री मार्कशीट आदि डाक के जरिए उसके घर पर डिलीवर करवाई जाएगी।

प्रोफेसर मनीष गौर ने बताया कि स्टूडेंट को उस ऐप को डाउनलोड करना होगा। फिर एक टोकन जेनेरेट होगा। इसके बाद सर्विस एप्लीकेशन फॉर्म खुलेगा और छात्र अपनी समस्या का डीटेल भर सकेंगे। फिर वह अपनी समस्या के निस्तारण की फीस भरेंगे। इसके बाद छात्र अपनी एप्लीकेशन का स्टेटस भी देख पाएंगे।

डिजिटल सिग्नेचर के साथ मिलेगी डिग्री

प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने एेप का औपचारिक उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि मैंने वाईस चांसलर से एक ऐसा सिस्टम बनाने के लिए कहा था , जिससे छात्रों को घर बैठे डिग्री आदि मिल जाए। केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता डिजिटल इंडिया कार्यक्रम है। उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि आगे ऐसा संभव होगा की डिजिटल सिग्नेचर के साथ ऑनलाइन ही डिग्री मिल जाए।

ऐसे काम करेगा एप

प्रोफेसर मनीष गौर ने बताया कि उस ऐप को स्टूडेंट डाउनलोड करेगा और एक टोकन जेनेरेट करेगा। इसके बाद एक स्टूडेंट सर्विस एप्लीकेशन फॉर्म खुलेगा और अपनी समस्या का डीटेल भरेगा। इसके बाद वह अपनी समस्या के निस्तांरण की फीस भरेगा। इसके बाद वह अपनी एप्लीकेशन का स्टेटस भी देख सकेगा।

क्या कहा एकेटीयू के वाईस चांसलर ने?

-एकेटीयू के वाईस चांसलर प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि इस एप को यूनिवर्सिटी की टेक्निकल टीम ने तैयार किया है।

-इसके जरिए स्टूडेंट्स माइग्रेशन, ट्रांसक्रिप्ट, प्रोविजनल डिग्री सर्टिफिकेट, डुप्लीकेट डिग्री सर्टिफिकेट, डुप्लीकेट मार्कशीट और अन्य ग्रीवांस घर बैठे रजिस्टर कर सकेंगे।

-यदि इस कार्य को देख रहे अधिकारी को कोई समस्या होगी तो वह स्टूडेंट से सीधे मोबाइल पर संपर्क कर सकेंगे।

-इसके बाद स्टूडेंट्स की डिग्री से लेकर अन्य दस्तावेज सीधे डाक द्वारा उसके घर पर डिलीवर कर दिए जाएंगे।

-इस एप को निःशुल्क यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकेगा।

इन भवनों का हुआ औपचारिक उद्घाटन

इस कार्यक्रम के दौरान बीआईआईटी झांसी में बने तीन भवनों का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इसमें 90 लाख की लगात से 631.32 वर्ग मीटर में बना सामुदायिक केंद्र होगा। जिसमें एक बैंक,पोस्ट ऑफिस, 3 दुकाने, एटीएम, रेस्टॉरेंट,किचन और डाइनिंग हाल शामिल है।इसके अलावा 165.77 लाख से 1092.82 वर्ग मीटर में 50 सीटों की क्षमता वाले डॉ एपीजे कलाम हॉस्टल का भी उद्घाटन हुआ। एक अन्य 36 सीटो की क्षमता वाले 1288 वर्ग मीटर में 193.03 लाख की लागत से बने मेजर ध्यानचंद हॉस्टल का भी उद्घाटन हुआ।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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