TRENDING TAGS :
DU: दूसरी कटऑफ भी रही हाई, तीसरी लिस्ट में छात्रों को मिलेगा मौका
नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में दूसरी कटऑफ भी हाई रहने की वजह से स्टूडेंट्स एडमिशन नहीं ले सके। तीसरी लिस्ट में भी छात्रों को फिर मौका मिलेगा। दरअसल अब भी कई कॉलेजों के कई कोर्सेज में काफी सीटें खाली है।
ये भी पढ़े... https://DU: IP कॉलेज में एंट्रेेंस एग्जाम की लिस्ट जारी, 15 से एडमिशन शुरू
कॉलेज में अब तक 600 दाखिले
-विशेषत: कॉमर्स और साइंस के कई जगह खुले रहने की संभावना है।
-कटऑफ में मामूली गिरावट कर कॉलेजों ने जो सर्तकता दिखाई है उससे अभी सभी कोर्सेज के दाखिले बंद होने की स्थिति नहीं बनी है।
-हालांकि अभी दूसरी कट ऑफ के आधार पर दाखिले का एक दिन बचा है।
-उस दिन एडमिशन के आधार पर ही कॉलेजों में बची हुई सीटों की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा।
-डीयू में दूसरी कट ऑफ आने के बाद एडमिशन जिस तरह से स्पीड पकड़ रही हैं। उसी तेजी के साथ कई कॉलेजों में से एडमिशन रद्द भी हो रहे हैं।
-किरोड़ीमल कॉलेज में दूसरी कट ऑफ के दूसरे दिन ही 200 एडमिशन हुए जबकि इतने ही दाखिले रद्द भी कराए गए हैं।
-कॉलेज में बुधवार को सबसे ज्यादा दाखिले केमिस्ट्री, फिजिक्स, बॉटनी और बीकॉम में हुए।
-कॉलेज में अब तक 600 के लगभग दाखिले हुए है।
कई कोर्सेज में 50 फीसदी सीटें अब भी खाली
-वहीं रामानुजन कॉलेज में 800 सीटों केलिए 400 दाखिले हो चुके हैं।
-इस तरह कॉलेज में अब भी 50 सीटें खाली है।
-बुधवार को लगभग 40 दाखिले कराए गए हैं। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ एसपी अग्रवाल के मुताबिक कट ऑफ में गिरावट सर्तकता के साथ की गई थी।
-अरबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विपिन अग्रवाल ने बताया कि एडमिशन तेजी पकड़े हुए हैं। अब तक 950 दाखिले हुए हैं और 100 के लगभग रद्द हुए हैं।
ये भी पढ़े... DU का सबसे डिमांडिंग कॉलेज, जहां एक ही राज्य के छात्रों का है दबदबा
दौलत राम कॉलेज में 800 दाखिले
-बीए प्रोग्राम में एडमिशन कम हो रहे हैं क्योकि बीएमएस, बीबीई और बीबीए की काउंसलिंग शुरू हो गई है।
-ऐसे में बीकॉम से भी छात्र दाखिले रद्द कराए गए तो सीटें खाली होंगी।
-वहीं दौलत राम कॉलेज में 1100 सीटों के लिए 800 दाखिले हो गए हैं।
-हालांकि बीए प्रोग्राम में एडमिशन बहुत हो रहे हैं।
-आईपी में अब तक 500 दाखिले हो गए हैं और काफी रद्द भी हो रहे हैं।
-ऐसे में तीसरी लिस्ट में भी काफी पॉपुलर कोर्सेज में एडमिशन की गुजाइंश रहेगी।