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Lucknow University: प्रो आलोक कुमार राय का कार्यकाल बढ़ा, अगले 3 वर्ष के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त
Lucknow University: लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय को दोबारा 3 वर्ष के लिए कुलपति नियुक्त किया गया है। आलोक कुमार राय का कार्यकाल 30 दिसंबर को ही खत्म हो रहा था।
Lucknow University News
Lucknow University: लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को दोबारा 3 वर्ष के लिए कुलपति नियुक्त किया गया है। एलयू के वीसी आलोक कुमार राय का कार्यकाल शुक्रवार (30 दिसंबर) को ही खत्म हो रहा था। यूपी की गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने आलोक कुमार राय का कार्यकाल बढ़ा दिया है। बता दें लखनऊ विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार किसी कुलपति को दोबारा नियुक्ति मिली है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति पद को लेकर जिन नामों पर चर्चा थी, उनमें आलोक कुमार राय ही पहली पसंद थे। ये तय माना जा रहा था कि, एलयू के कुलपति पद पर अगली नियुक्ति एक बार फिर प्रोफेसर आलोक कुमार राय की ही होगी। क्योंकि, उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने कई कीर्तिमान गढ़े। प्रो.आलोक कुमार राय के कार्यकाल में ही लखनऊ विश्वविद्यालय को NAAC 'A++' रेटिंग मिली। इसे विश्वविद्यालय के इतिहास में सबसे अहम उपलब्धियों में से एक माना गया।
आलोक कुमार राय के हिस्से कई उपलब्धियां
लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के कार्यकाल में कई अहम पहल हुई। पहले तो, यूनिवर्सिटी को NAAC 'A++' रेटिंग मिलना। अपने कार्यकाल के दौरान ही आलोक राय ने शिक्षकों के प्रमोशन के लिए काम किया। साथ ही, जरूरतमंद छात्रों के लिए 'वीसी केयर फंड' (VC Care Fund) की भी शुरुआत की। प्रोफेसर आलोक कुमार राय के कार्यकाल में यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। वर्तमान समय में यूनिवर्सिटी में कई विदेशी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। जिससे विश्वविद्यालय की पहचान वैश्विक हुई है।
2019 में बने थे लखनऊ विवि के कुलपति
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के मैनेजमेंट विभाग के प्रो. आलोक कुमार राय ने 30 दिसंबर 2019 को लखनऊ यूनिवर्सिटी (Lucknow University) में बतौर कुलपति कार्यभार संभाला था। उनकी नियुक्ति 3 साल के लिए की गई थी। गुरुवार को उनके कार्यकाल के तीन साल पूरे हो चुके थे। लेकिन, शुक्रवार को उन्हें दोबारा लखनऊ यूनिवर्सिटी का कुलपति नियुक्त किया गया। अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने कई क्षेत्रों में बेहतर काम किया। सबसे अधिक ख्याति राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद यानि NAAC में विश्वविद्यालय को ए प्लस प्लस ग्रेडिंग ('A++') मिलना रहा। जो प्रदेश के किसी विश्वविद्यालय के पास नहीं थी।
LU के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
हालांकि इसके बाद इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई थी कि उन्हें दोबारा कुलपति के रूप में काम करने का मौका मिलेगा। हालांकि, राजभवन की तरफ से नए कुलपति के चयन के लिए आवेदन मांगे गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्क्रीनिंग के बाद बुधवार को इंटरव्यू भी हुए थे। लेकिन, किसी को नियमित कुलपति के रूप में तैनाती की जगह प्रो. राय को ही अगले आदेश या नए कुलपति की नियुक्ति होने तक वाइस चांसलर बने रहने को कहा गया। सूचना राजभवन से विश्वविद्यालय दिया गया। लेकिन, शुक्रवार शाम होते-होते प्रो. आलोक कुमार राय के दोबारा कुलपति बनाए जाने का आदेश जारी कर दिया गया। एलयू के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब किसी कुलपति को लगातार दूसरी बार वीसी का कार्यभार दिया गया।
क्या कहा कुलपति प्रो. राय ने?
कुलपति प्रो. राय ने कहा है कि वो 'फिलहाल पूर्व से चल रहे प्रोजेक्ट को गति देने का काम करेंगे। जनवरी में प्रस्तावित दीक्षांत समारोह को और बेहतर तरीके से आयोजित कराया जाएगा। NIRF व क्यूएस एशिया रैंकिंग में भी अच्छा स्थान लाने का प्रयास करेंगे।'