TRENDING TAGS :
छोटी सी उम्र बड़ा सपना! ब्रिटेन गॉट टैलेंट की फिनाले में पहुंचने वाली पहली भारतीय बिनीता छेत्री की बेहद प्रेरक है संघर्ष यात्रा
Britain's Got Talent Final First Indian: भारत की 9 वर्षीय बेटी बिनीता छेत्री ब्रिटेन के सबसे बड़े टैलेंट शो ब्रिटेन गॉट टैलेंट' के फिनाले तक का सफर तय करने वाली पहली भारतीय बनी है।
Britain's Got Talent (Image Credit-Social Media)
Britain Got Talent Final First Indian: जब इरादे फौलादी हों तो चुनौतियां और उम्र बौनी पड़ जाती हैं। कुछ इसी कहावत को सच कर दिखाया है भारत की 9 वर्षीय बेटी बिनीता छेत्री ने। जो अब केवल एक नाम नहीं, बल्कि उत्तर पूर्व भारत की एक नई पहचान बन चुकी हैं। असम के एक छोटे से गांव से निकलकर ब्रिटेन के सबसे बड़े टैलेंट शो ब्रिटेन गॉट टैलेंट' के फिनाले तक का सफर तय करने वाली बिनीता ने दुनिया भर में भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
एक गांव की बेटी जो बनी अंतरराष्ट्रीय मंच की स्टार (A village girl who became a star on the international stage)
बिनीता छेत्री असम के बोकाजन के एक छोटे से गांव अमराजन की रहने वाली हैं। उनके पिता अमर छेत्री एक साधारण किसान हैं जो एक छोटा.सा फार्म चलाते हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने अपनी बेटी की कला को समझाए उसे प्रोत्साहित किया और उसकी उड़ान के लिए आसमान खोजा। बिनीता की मां एक घरेलू महिला हैं। और परिवार का सारा ध्यान इस बात पर था कि बिनीता को वो सब कुछ मिले, जो उसके सपनों को आकार दे सके। बचपन से ही बिनीता की ऊर्जा उसकी हरकतें उसका संगीत के प्रति आकर्षण कुछ अलग था। तभी से परिवार ने महसूस किया कि इस बच्ची में कुछ खास है।
तीन साल की उम्र से थिरकने लगी थी कदम (Her feet started dancing from the age of three)
अधिकतर बच्चे जहां इस उम्र में चलना ही सीखते हैं, वहीं बिनीता तीन साल की उम्र में ताल पर थिरकना सीख चुकी थीं। उन्होंने घर पर टीवी में आने वाले डांस शो देखकर खुद ही स्टेप्स कॉपी करना शुरू कर दिया था। उनका हर मूवमेंट मानो आत्मा से निकला हुआ लगता था। यही कारण था कि उनके पिता ने अपनी बेटी के उज्ज्वल भविष्य की कल्पना की और एक साहसी फैसला लिया।
जयपुर बना सपनों की पहली सीढ़ी (Jaipur became the first step of dreams)
अमर छेत्री ने बिनीता को जयपुर भेजा। जहां उनकी मौसी अनीता देवी रहती थीं। अनीता देवी न केवल एक शिक्षित महिला हैं, बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों में भी रुचि रखती हैं। जयपुर में बिनीता को स्कूल में दाखिला दिलवाया गया और साथ ही उन्हें एक डांस अकादमी में प्रशिक्षण दिलाया गया। वहां से उन्होंने कथक, बॉलीवुड, फ्यूजन और कंटेम्पररी जैसे डांस फॉर्म्स में ट्रेनिंग ली। उनकी लगन और समर्पण ने जल्द ही उन्हें स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय बना दिया।
ब्रिटेन की धरती पर भारतीय रंग (Indian colours on British soil)
बिनीता को जब ब्रिटेन गॉट टैलेंट (BGT) में हिस्सा लेने का मौका मिला, तब वे मात्र 9 साल की थीं। ऐसे बड़े मंच पर कदम रखना किसी भी बच्चे के लिए आसान नहीं होता। खासकर तब जब वह किसी छोटे कस्बे या गांव से आती हो। लेकिन बिनीता के आत्मविश्वास ने दर्शकों और जजों दोनों का दिल जीत लिया। उनके पहले परफॉर्मेंस के बाद ही BGT के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल्स पर उनका इंट्रोडक्शन वीडियो वायरल हो गया। उन्होंने ना केवल डांस किया बल्कि मंच पर जिस सहजता और आत्मीयता से अपनी कहानी साझा की जो कि, हर किसी की आँखें नम कर गई।
सेमी.फाइनल में छा गईं बिनीता (Binita shined in the semi-finals)
सेमी.फाइनल में बिनीता ने एक भावनात्मक प्रस्तुति दी। जिसमें उन्होंने भारतीय संस्कृति और समर्पण का रंग भर दिया। उनके डांस में न केवल तकनीक थी। बल्कि एक कहानी थी। एक भावना थी। जो हर दिल को छू गई। जजों ने खड़े होकर तालियां बजाईं। अमांडा होल्डन और एलिसिया डिक्सन ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि बिनीता की परफॉर्मेंस में मासूमियत और गहराई दोनों थी। वह भविष्य की सुपरस्टार हैं।
फिनाले की घोषणा और भारत में जश्न (Announcement of the finale and celebration in India)
जब उनके फिनाले में पहुंचने की घोषणा हुई तो असम से लेकर दिल्ली और जयपुर तक हर कोई खुशी से झूम उठा। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्विटर पर बिनीता को बधाई देते हुए लिखा, 'असम की बेटी बिनीता छेत्री ने हमें गौरवान्वित किया है। हम सब उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।'
बिनीता की प्रतिक्रिया- ' मैं बहुत शुक्रगुजार हूं' (Binita's reaction - 'I am very grateful')
फिनाले में पहुंचने पर बिनीता ने अपने शब्दों में भावनाएं साझा करते हुए कहा - 'मैं बहुत ज्यादा शुक्रगुजार हूं। मैंने सेमी.फाइनल के लिए बहुत मेहनत की थी और अब फिनाले पर मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी।' उनकी यह सादगी और समर्पण ने देश.विदेश में लाखों लोगों को प्रेरित किया है।
बच्ची नहीं प्रेरणा हैं बिनीता (Binita is not a child but an inspiration)
आज की दुनिया में जब छोटे बच्चों को स्क्रीन टाइम, सोशल मीडिया और तकनीकी दुनिया में खो जाने का खतरा है वहीं बिनीता जैसी बच्चियां यह दिखाती हैं कि, अगर सही दिशा और समर्थन मिले तो भारत का हर कोना प्रतिभा से भरा पड़ा है। उनकी कहानी हमें यह भी सिखाती है कि सपनों को सच करने के लिए बड़े शहरों में पैदा होना ज़रूरी नहीं। बल्कि बड़ी सोच बड़ा मन और मजबूत हौसला ज़रूरी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही बिनीता की लोकप्रियता (Binita's popularity is getting viral on social media)
इस अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के फिनाले में पहुंचने के बाद बिनीता के फैन फॉलोइंग में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। इंस्टाग्रामए ट्विटर और फेसबुक पर उनके वीडियो डांस क्लिप्स और उनके पिता के साथ के छोटे इमोशनल वीडियो वायरल हो रहे हैं। हर कोई इस नन्हीं कलाकार की सादगी भरी प्रतिभा और जज़्बे को सलाम कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय संस्कृति की झलक (A glimpse of Indian culture on the international stage)
बिनीता के परफॉर्मेंस में एक विशेषता यह रही कि उन्होंने हर बार अपने डांस में भारतीयता की झलक दिखाई। चाहे वह उनके पारंपरिक परिधान हों या बैकग्राउंड म्यूजिक में शास्त्रीयता की झलक हो। उनकी स्टोरीटेलिंग में हर बार उन्होंने अपनी मिट्टी की खुशबू को मंच पर बरकरार रखा।
क्या होंगी बिनीता की भविष्य की राहें (What will be Binita's future path)
फिनाले के बाद बिनीता के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल चुके हैं। कई अंतरराष्ट्रीय डांस स्कूल और प्रोडक्शन हाउस उनकी प्रतिभा की प्रशंसा कर चुके हैं। भारत में भी उन्हें विभिन्न रियलिटी शोज़, टीवी चैनल्स और सांस्कृतिक संस्थाओं से निमंत्रण मिलने लगे हैं।
एक परिवार की कुर्बानी एक देश का गर्व (A family's sacrifice is a nation's pride)
अमर छेत्री जैसे पिता जिन्होंने सीमित संसाधनों में भी अपनी बेटी का सपना जिंदा रखा। आज लाखों माता.पिता के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। उनका यह विश्वास कि 'अगर मेरी बेटी में हुनर है' तो दुनिया उसे जरूर देखेगी अब हकीकत बन चुका है। बिनीता छेत्री की कहानी महज एक डांस जर्नी नहीं बल्कि विश्वास, संघर्ष और जुनून की कहानी है। यह कहानी हर उस बच्चे के लिए उम्मीद की किरण है, जो अपने सपनों के लिए लड़ रहा है। यह कहानी हर माता.पिता के लिए एक प्रेरणा है कि सही मार्गदर्शन और समर्थन से उनका बच्चा भी आसमान छू सकता है। भारत की यह छोटी सी 'स्टार' अब केवल एक नाम नहीं बल्कि एक प्रतीक है ' आत्मबल' परिश्रम और भारतीय संस्कृति का।
इस दिन होगा ब्रिटेन गॉट टैलेंट’ (Britain's Got Talent) 2025 का ग्रैंड फिनाले
ब्रिटेन के प्रतिष्ठित टैलेंट शो ’ब्रिटेन गॉट टैलेंट’ (Britain's Got Talent) 2025 का ग्रैंड फिनाले शनिवार, 31 मई 2025 को शाम 7ः00 बजे (यूके समयानुसार) आयोजित होगा। यह कार्यक्रम लंदन के हैमरस्मिथ अपोलो में होगा और ITVI तथा ITVX पर लाइव प्रसारित किया जाएगा। फिनाले की अवधि लगभग 2 घंटे 45 मिनट होगी, यानी यह रात 9ः45 बजे तक चलेगा। भारत के असम राज्य की 9 वर्षीय बिनीता छेत्री इस सीज़न की सबसे चर्चित प्रतिभागियों में से एक हैं। उन्होंने सेमी-फाइनल में शानदार प्रदर्शन कर जजों और दर्शकों का दिल जीत लिया, जिससे उन्हें फिनाले में स्थान मिला। इस सीज़न के विजेता को ख्र250,000 (लगभग ₹2.6 करोड़) की नकद राशि और रॉयल वैरायटी परफॉर्मेंस में प्रस्तुति देने का अवसर मिलेगा।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!