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ना मेकअप से प्यार ना कोई यार, ऐसी है सुशील...पारेख परिवार की 51वीं संतान
अक्सर ऐसा होता है कि बच्चों के पालन पोषण के दौरान वो ज्यादातर बातें अपने मां-बाप से ही सीखते हैं। लेकिन अगर किसी लड़की से उसकी मां का साया बचपन में
लखनऊ: अक्सर ऐसा होता है कि बच्चों के पालन पोषण के दौरान वो ज्यादातर बातें अपने मां-बाप से ही सीखते हैं। लेकिन अगर किसी लड़की से उसकी मां का साया बचपन में ही उठ जाए, तो उसका पालन पोषण कैसे होता होगा ? उसे मां के संस्कार, मां प्यार, वो छोटी-छोटी सीख कौन देता है? इन सभी सवालों का जवाब देने आ रहा है स्टार प्लस का अपकमिंग टीवी सीरियल 'इक्यावन'। सीरियल को प्रमोट करने शो की लीड एक्ट्रेस प्राची तेहलान अपने को-स्टार्स प्रियांक ततारिया और पुनीत पंजवानी के साथ नवाबी शहर लखनऊ पहुंची।
क्या है 'इक्यावन' की कहानी?
- ये कहानी है पारेख परिवार के अनोखे 51वें बच्चे की। जिसके जन्म से फे ही पंडित ने कह दिया था कि ये परिवार के लिए बहुत भाग्यशाली साबित होगा। परिवार के सबसे बड़े और 51वें बच्चे के दादा की चाहत थी कि घर पैदा हो, मगर हुआ इसका बिलकुल उल्टा। 51वीं संतान लड़की हुई। जिसका नाम सुशील रखा गया.
- सुशील का पालन पोषण उसके परिवार के चार पुरुषों(पापा, मामा, दादा और चाचा) द्वारा किया गया है।
अपने नाम से बिलकुल अलग है सुशील
- सुशील अपनी उम्र की लड़कियों से बिलकुल हटकर है। जिसे अपनी लंबी, भारी-भरकम कद काठी के चलते सब लोग 'ऊंट' कहकर बुलाते हैं।
- एक तरफ जहां बाकी लड़कियां सजने सवरने में रहती हैं वहीँ सुशील लड़को के साथ जन्माष्टमी में मटकी-फोड़ कम्पीटीशन करती है।
- उसे घर के काम दिलचस्पी नहीं है। ना उसे चाय बनाना आता है ना कपड़े फोल्ड करना। हां, अगर उसको लड़कों की तरह खेल कूद या मारपीट करने को कह दो तो वो बिलकुल पीछे नहीं रेहगी।
हर घर में है एक मिहुल- प्रियांक
- शो में सुशील के पिता(मिहुल) का किरदार निभा रहे प्रियांक ने बताया कि उनका रोल काफी सिंपल, ऑनेस्ट और सुलझा हुआ है। हर घर में ऐसा कोई एक शख्स ज़रूर मिलेगा।
- प्रियांक ने आगे बताया कि मिहुल और सुशील बेहद अनोखा रिश्ता शेयर करते हैं जो सिर्फ बाप- बेटी का नहीं, बल्कि एक दोस्त, एक हमराज का है। जिसे वो अपनी हर बात शेयर करती है।
- सुशील की मां ना होने के कारण उसके पापा ने ही उसको मान का प्यार दिया है। इसीलिए वो उन्हें 'मापा' कहकर बुलाती है।
शो में सुशील के मामा का किरदार निभा रहे पुनीत पंजवानी ने बताया कि सुशील टिपिकल लड़कियों से बिलकुल अलग है। उसे चाय बनाना नहीं आता। मगर उसे इस बात से बिलकुल भी शर्मिंदगी नहीं है। पंजवानी ने कहा कि आप जो हो जैसे हो उसपर गर्व करो। लड़की होने के बावजूद घर के काम ना आना कोई बुरी बात नहीं है। इसको एक्सेप्ट कना चाहिए और खुद से हमेशा प्यार करते रहना चाहिए।
सुशील अपने मामा से काफी क्लोज है। वो अपने घर-स्कूल की हर बात उंनसे शेयर करती है। पुनीत ने बताया कि उन दोनों के बीच एक दोस्त जैसा रिश्ता है।
क्या बोली प्राची उर्फ़ सुशील?
प्राची तेहलान ने कहा, 'ये मेरे करियर की सबसे रोमांचक भूमिकाओं में से एक है। अमूमन, हमारे समाज की किसी भी लड़की में सुन्दर, सुशील, सुलझी और शांत होने के गुण होते हैं। लेकिन मैंने सुशील नाम का जो किरदार निभाया है वो इसका बिलकुल उल्टा है।सुशील की परवरिश बिलकुल अलग ढंग से हुई है। जहाँ उसे घर के पुरुषों से मां का प्यार मिला है।
प्राची और सुशील में कई बातें एक सी
- प्राची ने बताया कि वो एक बास्केट बॉल प्लेयर रह चुकी हैं। वो शुरू से काफी स्ट्रांग और भाग दौड़ करने वाली लड़की रही हैं। ऐसा ही कुछ किरदार है सुशील का, जिसे मेकअप से ज़्यादा भाग दौड़ और धुप करने में दिलचस्पी है।