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डरने की ज़रूरत है उन्हें जिन्होने डकार रखा है काला धन

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Published on: 12 Nov 2016 1:01 PM GMT
डरने की ज़रूरत है उन्हें जिन्होने डकार रखा है काला धन
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नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार करते हुए कालेधन व भ्रष्टाचार के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है। यह कदम देश में काली कमाई और भ्रष्टाचार की समानांतर अर्थव्यस्था को खत्म करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। आम जनता इस कदम से बेहद खुश है क्योंकि भ्रष्टाचार और इससे जुड़े काली कमाई के घुन ने समाज के ईमानदार और बड़े वर्ग को तबाह कर रखा है।

पीएम मोदी और वित्त मंत्री जेटली के अलावा समस्त जिम्मेदार केंद्रीय सरकारी तंत्र ने और आरबीआई ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि उन लोगों को घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है जिनके पास काला धन नहीं है। सरकार ने नोट बदलने की सुविधा दी है और डरें वही लोग जो बेईमान हैं और जिनके पास बेईमानी का काला पैसा है। ईमानदार लोगों को चिंता करने या घबराने की कतई जरूरत नहीं है।

सिर्फ उन्हीं लोगों को रेवेन्यू डिपार्टमेंट दबोचेगा जिनके डिपॉजिट करोड़ों में होंगे। राजस्व विभाग उन लोगों पर नजर रखेगा जिन्होंने करोड़ों रुपए छुपाकर घरों में रखा है और टैक्स नहीं दे रहे थे। वित्त मंत्री का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था की 80 फीसदी करेंसी 500 और 1000 रुपए के नोटों में थी। इस फैसले से बैंकों के पास मौजूदा कैश बढ़ जाएगा और बैंङ्क्षकग सिस्टम में लिक्विडिटी की दिक्कत नहीं आएगी। इसके बाद अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आकार और जीडीपी में भी इजाफा होगा। यह योजना किसी भी तरह से काला धन रखने वालों के लिए इम्यूनिटी स्कीम के तौर पर काम नहीं करेगी यानी आपके पैसे पर किसी तरह की टैक्स की रियायत नहीं मिलेगी। सरकार ने साफ कर दिया है कि डिमॉनिटाइजेशन स्कीम के बाद जो भी टैक्स नियमों का उल्लंघन करता पाया जाएगा उस पर मौजूदा टैक्स नियमों के मुताबिक टैक्स लगाया जाएगा।

आर्थिक जानकारों का मानना है कि 500 व 1000 रुपये के बीस फीसदी नोट ऐसे हैं जिन्हें जमा करने से लोग डर रहे हैं। यह राशि करीब तीन लाख करोड़ रुपये है। 30 दिसम्बर तक न बदले जाने की दशा में यह नोट रद्दी के टुकड़े से ज्यादा कुछ नहीं रह जाएंगे। आर्थिक विशेषज्ञ रितेश जैन का कहना है कि मोदी के एलान के बाद वही लोग डरे दिख रहे हैं जो काला धन दबाए बैठे हैं। सरकार ने अब ढाई लाख रुपये से ज्यादा रकम जमा कराने या एक्सचेंज कराने पर सालाना आय देखने का ऐलान किया है। ऐसे लोग अब आयकर विभाग के निशाने पर होंगे। आय से ज्यादा रकम होने पर दो सौ फीसदी पेनाल्टी लगेगी। सरकार के इस ऐलान के बाद काला धन दबाकर बैठने वालों में घबराहट है। टाटा एसिस्ट मैनेंजमेंट के मुताबिक काला धन रुकने से शेयर बाजार में कुछ दिन गिरावट जरूर आएगी मगर बाद में अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और कैशलेस इकानोमी को मजबूती मिलेगी।

काले धन की समानांतर व्यवस्था है देश में

अवैध वित्तीय लेन देन के कारण भारत को २०१२ में करीब 85 अरब रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था। इतना ही नहीं बीते एक दशक के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था को करीब 6,642 अरब रुपए का नुकसान हुआ है। यह रकम कितनी बड़ी है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इस दौरान भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत ढांचे के निर्माण पर इससे कम खर्च हुआ है। यह आकलन वाशिंगटन स्थित शोध संस्थान ग्लोबल फाइनेंसियल इंटेग्रिटी (जीएफआई) का है। संस्था ने काली और जाली अर्थव्यवस्था पर अध्ययन कर यह रिपोर्ट दी थी। इसके मुताबिक काली अर्थव्यवस्था के चलते नुकसान के मामले में भारत काफी ऊपर है। यह भारत के नागरिकों के लिए बड़ी चिंता की बात है। इस शोध में यह भी बताया गया था कि 1948 से 2008 के बीच भारत से 462 अरब डॉलर की रकम निकली है। कुछ आर्थिक जानकारों का कहना है कि देश में इस समय करीब 18 लाख करोड़ रुपये का काला धन है जबकि एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में इस समय करीब तीस लाख करोड़ रुपये का काला धन है जो देश की जीडीपी का बीस फीसदी है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि काले धन का अधिकांश हिस्सा सोने व रियल इस्टेट इन्वेस्टमेंट के रूप में है। कालेधन पर 2012 में वित्त मंत्रालय की ओर से जारी श्वेतपत्र में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में रियल इस्टेट कुल जीडीपी का 11 फीसदी है। भारत में जीडीपी का दो तिहाई हिस्सा नकदी पर चलता है जो सालाना 88 लाख करोड़ रुपये का बराबर है। यह रकम सेवाओं के नकदी में भुगतान व रोजमर्रा की चीजों को खरीदने में इस्तेमाल की जाती है।

जरूरी जानकारी

  • आप अपने 500-1000 रुपये के नोट बैंकों में या पोस्ट ऑफिस ले जाएं। पैन कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड या सरकारी वोटर कार्ड जैसे डॉक्यूमेंट दिखाकर तुरंत आप इनके बदले नए नोट ले सकते हैंौ
  • 30 दिसंबर 2016 तक किसी भी बैंक में जाकर पुराने 500 और 1000 के नोट बदल सकते हैं.
  • बड़े नोट से छोटे नोट का एक्सचेंज 10 नवंबर यानी कल से 24 नवंबर 2016 तक ही हो पाएगा. यानी एक्सचेंज के लिए आपके पास सिर्फ 15 दिन हैं लेकिन इससे कोई परेशानी नहीं होगी अगर आप 500-1000 रुपये के नोट जमा कराना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास 30 दिसंबर 2016 तक का टाइम है
  • आप एक दिन में सिर्फ 4000 रुपये तक के 500-1000 रुपये के नोटों को छोटे नोटों में बदल सकते हैं। यानी 10 से 24 नवंबर के बीच आप सिर्फ 60,000 रुपये के नोट ही एक्सचेंज करा सकते हैं।
  • 18 नवंबर तक रोजाना एटीएम से सिर्फ 2000 रुपये ही निकाल पाएंगे और बाद में इसकी लिमिट बढ़ाई जाएगी। वहीं बैंक से एक दिन में 10,000 रुपये और हफ्ते में कुछ दिनों तक 20,000 रुपये तक निकाल सकेंगे। एटीएम और बैंक से पैसे निकालने की सीमा कब बढ़ेगी अभी तय नहीं है लेकिन मान सकते हैं कि नोटों की मांग सामान्य आने के बाद निकासी की सीमा बढ़ा दी जाएगी।
  • रेलवे, सरकारी बस काउंटर, एयरलाइंस, अस्पताल, एयरपोर्ट और पेट्रोल पंपों (इंडियन ऑयल, एचपी, बीपी) पर 500-1000 रुपये के नोट 11 नवंबर आधी रात तक खरीदारी कर सकते हैं. इसके अलावा सरकारी ऑथराइज्ड दूध के बूथ, क्रिमिशन हाउस (शवदाह गृह) पर भी ये नोट 11 नवंबर की आधी रात तक लिए जाएंगे तो आपके जरूरी कामों में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी।
  • जिस बैंक में आपका खाता है सिर्फ आप वहीं नोट एक्सचेंज कर सकेंगे और अगर दूसरे बैंक जाएंगे तो आपको अपने खाते की डीटेल्स और अपना आईडी कार्ड दिखाना होगा। अगर किसी के पास खाता ही नहीं है तो वह किसी दोस्त या रिश्तेदार से लिखित में मंजूरी लेकर उसके खाते वाले बैंक में नोट एक्सचेंज कर पाएंगे।
  • अगर किसी वजह से 30 दिसंबर तक 500-1000 रुपये के नोट जमा नहीं कर पाए तो 31 मार्च 2017 तक का समय है, रिजर्व बैंक इसके लिए अलग सेंटर या ऑफिस तय करेगा जहंा जाकर आप ये नोट जमा करा सकते हैं। वजह बतानी होगी कि पहले क्यों नहीं जमा कराए और पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड दिखाना होगा।
  • 11 नवंबर रात 12 बजे तक देश के किसी टोल बूथ पर पैसा नहीं लिया जाएगा.
  • शनिवार 12 और रविवार 13 नवंबर को बैंक खुले रहेंगे

500 के नोट निकलने पर बदमाशों ने युवक को पीटा

ग्रेटर नोएडा में एक अजीब वारदात सामने आयी है। यहां बाइक सवार बदमाशों एक कंपनी के कर्मचारी को रात करीब 11 बजे लूट लिया जब बदमाशों ने पर्स खोल कर देखा तो उसमें 500 के 3 नोट थे। इसके बाद बदमाश लौट कर आए और पीडि़त की खूब पीटा। बदमाशों ने 500 के नोट वापस करते हुए कहा कि आगे से 100 के नोट लेकर चलना। पीडि़त ने इस घटना की जानकारी कासना थाने की पुलिस को दी।

नोटों की कतरन

बरेली के थाना सीबीगंज क्षेत्र के परसाखेड़ा इलाके में नोटो कतरन मिली है। लोगों का कहना है कि कोल्हू फैक्ट्री की दीवार के पास हजारो रुपये के नोटो की कतरन मिली जिसमें 10, 20 और 50 के नोटो की कतरन भी है।

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