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हिमाचल चुनाव का वो किस्सा जो अभीतक नहीं सुना होगा, 28 सीटों से जीते 36 विधायक
शिमला : देश को गुलामी से स्वतंत्रता मिली तो लोकतंत्र की गुलाबी धूप ने दस्तक दी। कुछ समय बाद अस्तित्व में आया हिमाचल प्रदेश। पहला चुनाव हुआ तो 28 विधानसभा में चुनाव हुए। इनसे 36 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे। अब आप सोच रहे होंगे कि 28 सीटें और विधायक 36 कैसे।
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दिमाग पर जोर मत दें, कैमिकल लोचा होने का खतरा बढ़ जाएगा। दरअसल 8 ऐसे विधानसभा क्षेत्र थे। जहां से दो-दो विधायकों को जनता की नुमाइंदगी करने का मौका मिला था।
राज्य में 1951 में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए। 28 विधानसभा सीटों का गठन हुआ। जबकि संधोल, चुराह, पच्छाद, सोलन, ठियेाग, रामपुर, चच्योट व रेणुका में दो-दो पदों के लिए वोटिंग हुई।
इन दलों ने अजमाया था भाग्य
कांग्रेस, किसान-मजदूर, प्रजा पार्टी, आल इंडिया शेड्यूल कास्ट फेडरेशन, आल इंडिया भारतीय जनसंघ, अखिल भारतीय हिंदू महासभा, सोशलिस्ट पार्टी
135 निर्दल भी मैदान में थे।
पहले चुनाव में कितने थे वोटर
इस चुनाव में 531018 में से 179515 वोटरों ने वोटिंग की। चुनावों में कांग्रेस को 24 सीटें मिलीं। आठ सीटें निर्दलीय उम्मीदवार हथिया दूसरे नंबर पर रहे। केएमपीपी को तीन, एससीएफ को एक सीट मिली थी। प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका था, जब 28 विधानसभा क्षेत्रों का 36 विधायकों ने नेतृत्व किया था।
बाद में चुनाव प्रक्रिया में बदलाव हुए और दूसरे चुनाव में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से एक विधायक चुनकर विधान सभा पहुंचे थे।