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भैंस लेकर पहुंचे आम्रपाली निवेशक, बीन बजा किया प्रदर्शन

Rishi
Published on: 20 Aug 2017 7:18 PM IST
भैंस लेकर पहुंचे आम्रपाली निवेशक, बीन बजा किया प्रदर्शन
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नोएडा। एक सप्ताह से आमरण अनशन कर रहे आम्रपाली के निवेशकों की किसी ने सुध नहीं ली। यज्ञ हवन का असर सरकार के बाशिंदों व आम्रपाली प्रबंधन पर नहीं दिखा। थक कर निवेशकों ने रविवार को विरोध का नया तरीका निकालते हुए भैंस और बीन के साथ प्रदर्शन किया। निवेशकों ने स्पष्ट कहा कि वह प्रदर्शन जारी रखेंगे। जब तक हमारा पैसा या मकान नहीं मिलता।

आम्रपाली के सैकड़ों निवेशक सात दिन से सेक्टर-62 स्थित आम्रपाली के कारपोरेट आफिस के बाहर धरना दे रहे हैं। यहाँ निवेशक मकान या पैसों की मांग कर रहे है। शुरु के दो दिनों तक कुछ हलचल नजर आई, आम्रपाली समूह के निदेशकों ने अपना पासपोर्ट प्रशासन के पास जमा कर निवेशकों से सहानभूति हासिल करने की कोशिश की। लेकिन निवेशकों को अपना जवाब नहीं मिला। लिहाजा आक्रोशित निवेशक अब आमरण अनशन कर रहे हैं।

वह अपने परिवार व बच्चों के साथ धरने पर बैठे हैं। सात दिन से वह बारी-बारी आमरण अनशन कर रहे हैं। लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं। लिहाजा रविवार शाम चार बजे निवेशकों ने भैंस के आगे बीन बजाओं मुहावरे को अपना नारा बनाते हुए प्रदर्शन किया। वह भैंस लेकर कार्पोरेट आफिस के बाहर पहुंच गए। उन्होंने बीन बजाकर विरोध किया।

निवेशकों ने बताया शायद अब शासन को हमारी खबर लेने की फुर्सत मिल जाए। निवेशकों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण और बिल्डर आपस में मिले हुए है। बिल्डर के लिए सहुलियत दी जा रही है। बैठकों में उन्हें आश्वसत किया जा रहा है। लेकिन निवेशकों को न तो कोई आश्वासन दिया जा रहा है और न ही यह बताया जा रहा कि मकान पर कब्जा मिलेगा या पैसा।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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