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कोरोना वायरस से ऐसे लड़ाई लड़ रहा भारत, जानिए कितनी दूर है खतरनाक स्टेज
कोरोना वायरस ने दुनियाभर में तबाही मचा कर रख दी है। भारत में अब तक इस खतरनाक वायरस के 126 मरीज मिले हैं। जिस स्तर पर भारत में कोरोना वायरस फैला हुआ है, वह इस बीमारी की सेकंड स्टेज यानी दूसरा स्तर है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनियाभर में तबाही मचा कर रख दी है। भारत में अब तक इस खतरनाक वायरस के 126 मरीज मिले हैं। जिस स्तर पर भारत में कोरोना वायरस फैला हुआ है, वह इस बीमारी की सेकंड स्टेज यानी दूसरा स्तर है। भारत अगर अगले 30 दिनों में इस बीमारी को रोक लगाने में कामयाब हो गया तो यह थर्ड स्टेज यानी तीसरी स्टेज में पहुंच जाएगी।
हम आपको आज बताते हैं कि कोरोना वायरस फैलने की कितनी स्टेज हैं और उनमें क्या होता है?
कोरोना वायरस के केस में पहली स्टेज थोड़ी अलग है। यहां बीमारी स्थानीय स्तर पर विकसित नहीं हुई है और यह बीमारी बाहर से आई है। सिर्फ एक आदमी जो कि वायरस से संक्रमित देश में घूमकर आया है जो खुद भी संक्रमित है उसके जरिए कई लोग बीमार हो सकते हैं।
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दूसरी स्टेज का कोरोना वायरस यानी अभी तक उन्हीं लोगों में कोरोना वायरस मिला है जो किसी कोरोना संक्रमित देश से भारत में आए हैं। यानी अभी यह बीमारी स्थानीय स्तर पर एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैली है। भारत अभी इसी स्टेज में है, लेकिन, तीसरी स्टेज से बहुत दूर नहीं है।
तीसरी स्टेज पर यह बीमारी भारत के अंदर मौजूद संक्रमित लोगों से यहीं के दूसरे लोगों में फैलने लगेगी। यह जानकारी कुछ दिन पहले इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने एक अंग्रेजी अखबार को दी थी।
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तीसरी स्टेज बेहद खतरनाक स्थिति है। भारत पूरी तरह से यह कोशिश कर रहा है कि इस स्टेज में न पहुंचे, क्योंकि इसमें यह वायरस स्थानीय स्तर पर ही खुद को विकसित कर लेता है जिसके बाद स्थानीय स्तर पर फैलना शुरू कर देता है। यानी यह वायरस देश के वातावरण के हिसाब से खुद को ढाल लेता है।
तीसरी स्टेज में सरकार बड़े पैमाने पर मॉल, दुकानें, बाजार, स्कूल आदि बंद करा देती है। इसे लॉकडॉउन या शटडाउन कहा जाता है। ताकि वायरस किसी स्थानीय इलाके से दूसरे इलाके में न पहुंच पाए।
चौथी स्टेज यानी महामारी
जब देश के अंदर ही बड़े भौगोलिक स्तर पर बीमारी फैल जाए तो जान लीजिए यह चौथी स्टेज है जैसा चीन या इटली, ईरान या स्पेन में देखा गया है।
भारत में 30 जनवरी को कोरोना वायरस का पहला केस मिला था। इसके बाद से अब तक सातवां हफ्ता चल रहा है, लेकिन देश में सिर्फ 126 कोरोना के मरीज ही सामने आए हैं। देश में इस वायरस से सिर्फ 2 लोगों की ही मौत हुई है। बाकी देशों की तुलना में भारत की स्थिति काफी मजबूत है, तो वहीं इटली में तीन हफ्ते पहले पहला केस सामने आया और उसके बाद से अब तक 21 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।
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भारत की सरकार ने लोगों के विदेश से आने-जाने में रोक लगा दी है। क्वारंटीन कर दिया गया है, लेकिन अभी अगले कुछ हफ्ते बेहद संवेदनशील हैं।
नेशनल हेल्थ सिस्टम्स रिसोर्स सेंटर के पूर्व निदेशक डॉ. टी. सुंदररमन ने एक अखबार को बताया कि अभी यह कहना मुश्किल है कि हमने कोविड-19 पर नियंत्रण कर लिया है। यह जल्दी होगी। हमारे यहां प्रयोगशालाओं में परीक्षण की दर बेहद धीमी है।