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रेल कर्मियों ने शुरू किया अभियान, अफसरों की पोल खोलेंगे
योगेश मिश्र
लखनऊ। निरंतर बढ़ रही रेल दुर्घटनाओं में रेलवे कर्मचारियों की उजागर होती लापरवाही से बचाव के लिये अब रेल के कर्मचारी संगठनों ने पोल खोलो अभियान चला दिया है, जिसमें ये बता रहे हैं कि आखिर किस तरह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को हुक्मरान अपने घरों पर सेवक के रूप में लगाये बैठे हैं।
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इन कर्मचारियों की विडियो क्लिप और उपस्थिति रजिस्टर की फोटोंकॉपी ट्रैक मेनटेनर एसोसिएशन ने रेलवे बोर्ड को बीते दिनों भेज दिया है। रेलवे बोर्ड और एसोसिएशन के बीच हुये खतो किताबत के बाद इन्हे हटाये जाने के आदेश तो जारी हो गये पर ये महज कागजी है।
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ट्रैक मेनटेनर बोर्ड को बताया है कि 15 फीसदी कर्मचारी पटरियों की देखभाल करने की जगह रेल अफसरों के घरों पर हैं। यह हालत सिर्फ लखनऊ के दोनों मण्डलों में है। ट्रैक मेनटेनर एसोसिएशन के सहायक सचिव विश्वनाथ सिंह यादव के मुताबिक उत्तर रेलवे के लखनऊ मण्डल में 6000 गैंगमैन और ट्रैकमैन तैनात हैं। इनमें से आठ सौ अफसर के घर खाना बनाने, बच्चों को स्कूल छोडने आदि घरेलू काम में लगे हैं।
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यादव के मुताबिक एसोसिएशन ने पहले भी कई बार रेलवे बोर्ड को ज्ञापन देकर उनके मूल पदों पर वापस भेजने का आग्रह किया गया था ताकि सुरक्षा का ख्याल रखा जा सके। लेकिन हुआ कुछ नहीं। गौरतलब है कि उत्कल एक्सप्रेस के हादसे की वजह कर्मचारियों की कमी ही रही क्योकि ट्रैक की देखभाल नहीं हो पा रही थी।
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