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मोदी बोले- सत्याग्रहियों की तरह देश को गंदगी से आजाद कराने के लिए स्वच्छाग्रहियों की जरूरत
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने स्वच्छता भारत मिशन के दो साल पूरे होने पर शुक्रवार को इंडिया सेनिटेशन कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिस तरह महात्मा गांधी ने लाखों सत्याग्रहियों के साथ मिलकर देश को आजाद कराया था, ठीक उसी तरह अगर सब स्वच्छाग्रही बन जाएं तो यह देश गंदगी से हमेशा के लिए आजाद हो जाएगा। लोगों में अब स्वच्छता को लेकर जागरूकता आई है। गांव-गांव में शौचालय बनने लगे हैं। अब यह उनकी प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। युवा भी साफ-सफाई करने के लिए आगे आ रहे हैं। लोग अब खुले में शौच से बचते हैं।
और क्या बोलोे पीएम मोदी ?
-पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों में एक भावना जगानी चाहिए कि सरकार की संपत्ति भी हमारी संपत्ति है।
-अगर हम अपना एक पुराना स्टूकर सालों तक साफ-सथुरा और सजाकर रख सकते हैं तो फिर अपना घर, शहर और देश क्यों नहीं।
- सरकारी बस में गंदगी फैलाने का किसी को अधिकार नहीं है। हमें ये आदत बदलनी होगी। ये भावना जगानी होगी कि सरकार भी हमारी है।
-अब कचड़े से वेल्थ बनाने का काम शुरू हुआ है। थोड़ा सा ध्यान देने की जरूरत होती है। कोई भी कचड़ा वेस्ट नहीं होता बल्कि वेल्थ होता है।
-इससे स्वच्छता अपने आप बढ़ जाएगी। सरकार चाहे जितना चाह ले स्वच्छता नहीं हो सकती जबतक हमारी आदत में आ जाए।
अपनी संस्कृति को दोबारा करें याद
-यूज एंड थ्रो का कल्चर हमारे देश की संस्कृति नहीं है। ये पश्चिमी देशों से आया है। रिसाइकल हमारे मूल स्वभाव में है।
-इसे बस थोड़ा वैज्ञानिक तरीके से बदलने की जरूरत है। कभी-कभी पानी की वजह से भी साफ-सफाई नहीं हो पाती है।
शिकायत पर लिखी था मैंने लेटर: मोदी
मोदी ने एक वाक्या करते हुए बताया कि एक बार एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि वो घंटों में ट्रेन में डस्टबिन खोजता रहा, लेकिन उसे नहीं मिला। उसकी इस शिकायत पर मैंने भारत सरकार को लेटर लिखा। कुछ दिन बाद मुझे पता चला कि ट्रेनों में यह सुविधा मुहैया करा दी गई है।
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