Rampal Kashyap: बेटे की शादी में भी रामपाल ने नहीं पहने थे जूते, आखिर PM मोदी तक कैसे पहुंची नंगे पांव घूमने की बात?

Rampal Kashyap: पीएम मोदी ने हरियाणा के यमुनानगर में रामपाल कश्यप को खुद जूते पहनाए। आइये इनके बारे में जानते हैं।

Anshuman Tiwari
Published on: 15 April 2025 12:05 PM IST
pm modi meets barefoot admirer rampal kashyap in haryana making him wear footwear
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पीएम मोदी ने रामपाल कश्यप को पहनाए जूते

Rampal Kashyap: हरियाणा में कैथल के रामपाल कश्यप सोमवार से मीडिया की सुर्खियों में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यमुनानगर के कैल गांव में सोमवार को आयोजित रैली के बाद उन्हें अपने हाथों से जूते पहनाए थे। उन्होंने 14 साल पहले कसम खाई थी कि जब तक नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं बन जाते और जब तक वे खुद पीएम मोदी से नहीं मिल लेते तब तक वे जूते नहीं पहनेंगे। पीएम मोदी ने सोमवार को मुलाकात के दौरान रामपाल कश्यप की यह मुराद पूरी कर दी।

पिछले 14 वर्षों के दौरान रामपाल कश्यप अपने प्रण पर पूरी तरह डटे रहे। यहां तक कि 6 महीने पहले उन्होंने अपने बेटे की शादी के दौरान भी जूते नहीं पहने थे। प्रधानमंत्री मोदी तक जब इस कट्टर समर्थक के नंगे पांव घूमने की बात पहुंची तो उन्होंने रामपाल से मिलने की इच्छा जताई थी। वैसे प्रधानमंत्री मोदी तक यह बात पहुंचाने की भी दिलचस्प दास्तान है।

ताना मारे जाने के बाद कर ली थी बड़ी प्रतिज्ञा

मीडिया की सुर्खियों में छाए रामपाल कश्यप मूल रूप से कैथल के सिवान के खेड़ी गुलाम अली के रहने वाले हैं। रामपाल कश्यप का कहना है कि किसी ने उन्हें ताना मारा था जिसके बाद उन्होंने 2011 में बड़ी प्रतिज्ञा कर ली थी। इसके बाद उन्होंने अपने पांव में न तो कोई जूते पहने और न चप्पल। उनके अपनी प्रतिज्ञा पर डटे रहने का आलम यह है कि छह महीने पहले उन्होंने अपने बेटे की शादी की थी।

बेटे की शादी में भी नहीं पहने जूते

अपने बेटे की शादी के दौरान भी उन्होंने जूते नहीं पहने और नंगे पांव ही सारी रस्मों को पूरा किया। रामपाल कश्यप ने बताया कि उनके दो बेटे और एक बेटी है। उनके बेटे मजदूरी का काम करते हैं। बेटे की शादी में भी रामपाल के जूते न पहनने पर लोगों को काफी हैरानी भी हुई थी।

वे मजदूरी का काम करने के लिए जाते समय भी नंगे पांव ही जाया करते थे जिसे देखकर कई लोग उन्हें पागल भी कहा करते थे। रामपाल का कहना है कि मेरे प्रण को सुनकर गांव के लोग कहा करते थे कि यह बंदा पागल हो गया है। प्रधानमंत्री कहां इससे मुलाकात करेंगे।

सांसद रेखा शर्मा ने दी पीएमओ को जानकारी

2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी प्रतिज्ञा का एक हिस्सा पूरा हो गया था मगर प्रधानमंत्री से मुलाकात की उनकी इच्छा अभी भी अधूरी बनी हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी और उनके कार्यालय को इस बाबत कोई जानकारी नहीं थी। दस दिन पहले चीका की ब्राह्मण धर्मशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा पहुंची थीं।

इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रामपाल कश्यप भी पहुंचे थे। रेखा शर्मा ने जब रामपाल कश्यप को नंगे पांव देखा तो उन्होंने इसका कारण पूछा। रामपाल कश्यप ने उन्हें अपनी प्रतिज्ञा के बारे में जानकारी दी और बताया कि प्रधानमंत्री से मुलाकात की उनकी इच्छा अभी तक अधूरी बनी हुई है। इसके बाद सांसद रेखा शर्मा ने उनके नंगे पांव घूमने का पूरा वीडियो बनाया और यह वीडियो प्रधानमंत्री कार्यालय भेज दिया।

पीएमओ से भेजा गया रामपाल को संदेश

यह जानकारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय सक्रिय हो गया और रविवार की शाम प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से रामपाल कश्यप से संपर्क साधा गया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी यमुनानगर पहुंचेंगे और रामपाल कश्यप को यमुनानगर पहुंचने के लिए कहा गया। सोमवार को यमुनानगर की रैली के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामपाल कश्यप से मुलाकात की और उन्हें पहनने के लिए जूते दिए।

पूरी जिंदगी जूते संभाल कर रखेंगे रामपाल

प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद रामपाल कश्यप काफी भावुक हो गए। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री ने जब उन्हें जूते दिए तो उन्हें लगा के जैसे भगवान ही मिल गए हों। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिए गए जूते को श्रीराम की चरण पादुका की तरह पूरी जिंदगी संभाल कर रखेंगे।

रामपाल कश्यप पिछले 18 साल से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं और वे ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष भी रह चुके हैं। रामपाल कश्यप से प्रधानमंत्री की मुलाकात के बाद लोगों का कहना है कि भगवान श्रीराम का वनवास भी 14 साल का था और उनके वनवास की तरह ही 14 साल बाद रामपाल की प्रतिज्ञा भी पूरी हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने रामपाल कश्यप को भविष्य में इस तरह का प्रण न करने की नसीहत भी दी है।

Gausiya Bano

Gausiya Bano

Content Writer

मैं गौसिया बानो आज से न्यूजट्रैक में कार्यरत हूं। माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएट हूं। पत्रकारिता में 2.5 साल का अनुभव है। इससे पहले दैनिक भास्कर, न्यूजबाइट्स और राजस्थान पत्रिका में काम कर चुकी हूँ।

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