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सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के 1.72 लाख श‌िक्षाम‌ित्रों को दी बड़ी राहत

Rishi
Published on: 25 July 2017 2:30 PM IST
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के 1.72 लाख श‌िक्षाम‌ित्रों को दी बड़ी राहत
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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के शिक्षाम‌ित्रों को बड़ी राहत दी है। समायोजित किए गए करीब एक लाख 72 हजार शिक्षामित्रों को अब सहायक अध्यापक के पद पर बने रहने के ल‌िए टीईटी परीक्षा पास करनी होगी। दो साल के अंदर उन्हें ये परीक्षा पास करनी होगी। साथ ही उनके अनुभव का उन्हें वेटेज (छूट) मिलेगा।

सुप्रीम कोर्ट में शिक्षामित्रों की ओर से दलील दी गई थी कि शिक्षामित्र सालों से काम कर रहे हैं। मानवीय आधार पर सहायक शिक्षक के तौर पर शिक्षामित्रों के समायोजन को जारी रखा जाए। साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी कि संविधान के अनुच्छेद-142 का इस्तेमाल कर उन्हें राहत प्रदान की जाए।

1 लाख 72 हजार शिक्षामित्रों में से 22 हजार शिक्षामित्र ऐसे हैं, जिन्होंने टीईटी एग्जाम पास कर रखा है। ऐसे में उन्हें कोई खतरा नहीं है। साथ ही इन दो सालों में टीईटी एग्जाम पास करने के लिए उम्र के नियमों में भी छूट दी जाएगी। इलाहाबाद HC ने यूपी में 1 लाख 72 हजार शिक्षामित्रों का प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजन रद्द कर दिया था।

सहायक शिक्षक बने करीब 22 हजार शिक्षामित्र ऐसे हैं, जिनके पास वांछनीय योग्यता है, लेकिन हाईकोर्ट ने इस पर ध्यान नहीं दिया। ये शिक्षामित्र स्नातक बीटीसी और टीईटी पास हैं। ये सभी करीब 10 साल से काम कर रहे हैं। यह कहना गलत है कि शिक्षामित्रों को नियमित किया गया है। सहायक शिक्षकों के रूप में उनकी नियुक्ति हुई है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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