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टॉप-50 इंडियन आइकॉन अवार्ड के लिए चुनी गई गोरखपुर की बेटी

Rishi
Published on: 5 Jan 2018 9:31 PM IST
टॉप-50 इंडियन आइकॉन अवार्ड के लिए चुनी गई गोरखपुर की बेटी
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गोरखपुर : दिल में कुछ कर गुजरने का जज्‍बा हो, तो आसमान की बु‍लंदियों को छू लेना कोई मुश्किल काम नहीं है। गोरखपुर की बेटी प्रतिमा ने अपनी प्रतिभा के बल पर ऐसा कर दिखाया है। उसे टॉप-50 इंडियन आइकॉन अवार्ड से सम्‍मानित किया गया है।

बैंकॉक में रह रहीं प्रतिमा फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में जाना-पहचाना नाम है। बैंकॉक और भारत सहित कई देशों में उनके डिजाइन किए गए परिधान की खासी मांग है। गोरखपुर के कसिहार में वर्ष 1982 में जन्‍मी प्रतिमा मिश्रा की प्रारम्भिक शिक्षा मलॉव और कौड़ीराम में हुई है। उनकी शादी मिश्रौलिया महुआडाबर के रहने वाले पवन मिश्रा के साथ वर्ष 2002 में हुई थी।

शादी के बाद से ही वह रत्‍न व्यवसाई पति पवन मिश्रा के साथ बैंकॉक चली गईं। वह पिछले कई वर्षों से फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में सक्रिय हैं। बैंकॉक में लोकप्रिय होने के बाद उनके द्वारा डिजाइन किए गए परिधान की डिमांड भारत सहित कई अन्‍य देशों में भी है। मुंबई के इस्‍कॉन सभागार में 28 दिसम्‍बर को उन्‍हें सम्‍मानित किया गया। इस पुरस्‍कार से सम्‍मानित होने वाली वह गोरखपुर की पहली महिला हैं।

इसका श्रेय वह मायके, ससुराल और पति पवन मिश्रा के सपोर्ट को देती हैं। वह कहती हैं कि परिवार के सहयोग के कारण ही आज वह इस मुकाम पर पहुंची हैं। शादी के बाद भी उन्‍हें इतनी छूट मिली कि वह अपना करियर संवार सकें। इसके लिए उनके पति ने उनका भरपूर साथ दिया। जिस कारण आज वह इस सम्‍मान को पाने की हकदार बनी हैं।

प्रतिमा के साथ अपने क्षेत्र में उत्‍कृष्‍ट कार्य करने वाली 50 अन्‍य हस्तियों को भी सम्‍मानित किया गया। उनकी इस उप‍लब्धि पर उनके परिजनों, शुभचिंतकों और मित्रों ने शुभकामना दी है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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