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'देश जैसा चाहता है, वैसा ही होगा...', रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देशवासियों को दिया भरोसा, बोले- भारत की सुरक्षा मेरा दायित्व
Rajnath Singh on Pakistan: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा जो भी देश की सुरक्षा पर सवाल उठाएगा उसे वैसा ही जवाब मिलेगा जैसा आप चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व इस देश को सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बना रहा है।
Rajnath Singh on Pakistan: देश की राजधानी दिल्ली के बक्करवाला स्थित आनंद धाम आश्रम में आयोजित सनातन संस्कृति जागरण महोत्सव के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने न केवल भारतीय संस्कृति की महिमा का गुणगान किया, बल्कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को सख्त चेतावनी भी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और भारतीय सेना किसी भी खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
देश की सीमाओं की रक्षा मेरा दायित्व – रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह ने मंच से बोलते हुए कहा, एक रक्षा मंत्री के रूप में यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं हमारे सैनिकों के साथ मिलकर देश की सीमाओं की रक्षा सुनिश्चित करूं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो कोई भी भारत की ओर आंख उठाकर देखेगा उसे करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना चेताया कि भारत अब किसी भी उकसावे का जवाब देने में संकोच नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व भरोसे का प्रतीक
अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि देश के लोग उनकी दृढ़ता और निर्णय लेने की क्षमता से भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने कहा, जो भी देश की सुरक्षा पर सवाल उठाएगा, उसे वैसा ही जवाब मिलेगा जैसा आप चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व इस देश को सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बना रहा है।
भारत की शक्ति केवल शस्त्रों में नहीं, संस्कृति में भी
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि भारत की असली ताकत सिर्फ उसकी सेना और हथियारों में नहीं, बल्कि उसकी प्राचीन संस्कृति, आध्यात्मिकता और नैतिक मूल्यों में निहित है। उन्होंने कहा, सनातन संस्कृति ही हमारी आत्मा है, और यही हमें कठिन समय में मार्ग दिखाती है। भारत की सांस्कृतिक जड़ें जितनी गहरी हैं, उतना ही मजबूत है इसका राष्ट्रीय चरित्र।
पाकिस्तान पर एक के बाद एक बड़े फैसले
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए एक के बाद एक सख्त कदम उठाए हैं। बुधवार को सरकार ने पाकिस्तानी विमानों के लिए भारतीय एयरस्पेस बंद करने का बड़ा फैसला लिया, जो अब तक की सबसे अहम कार्रवाइयों में से एक मानी जा रही है। इससे पहले, 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की आपात बैठक हुई थी, जिसमें पाकिस्तान को लेकर कई निर्णायक फैसले लिए गए। भारत ने अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट बंद कर दी ताकि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक देश में प्रवेश न कर सके।
इसी बैठक में यह भी तय किया गया कि पाकिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावास को बंद किया जाएगा और भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया जाएगा। इसके साथ ही पाकिस्तान के नागरिकों को भारत में वीजा जारी न करने का भी कड़ा निर्णय लिया गया। भारत ने SAARC वीजा छूट योजना को भी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है, जिससे अब किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को इस योजना के तहत भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। CCS बैठक में लिया गया सबसे बड़ा फैसला सिंधु जल संधि को निलंबित करने का था। एक ऐसा कदम जो भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से चली आ रही जल-साझेदारी को सीधे तौर पर प्रभावित करता है।
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