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सोनू के घर खाना तो बहाना है, यादवों को साधना है, 2019 में दिल्ली का तख्त जो पाना है    

Rishi
Published on: 30 July 2017 10:48 AM GMT
सोनू के घर खाना तो बहाना है, यादवों को साधना है, 2019 में दिल्ली का तख्त जो पाना है    
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सोनू के घर खाना तो बहाना है, यादवों को साधना है, 2019 में दिल्ली का तख्त जो पाना है    

लखनऊ: आम तौर पर नेता और मंत्री दलितों के घर भोजन करना पसंद करते हैं, लेकिन यहां बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ता सोनू यादव के घर को अपने संडे लंच के लिए इसलिए चुना ताकि सूबे के दलितों के साथ पिछड़े वर्ग में भी संदेश जाए की बीजेपी उनके साथ है। जबकि राजस्थान में तो वो दलित के घर लंच कर ही चुके हैं। जिसे देश भर के दलितों ने देखा और पढ़ा भी। अब यूपी में सोनू के घर खाना खाने का फैसला सीधे तौर पर पिछड़े वर्ग को पार्टी के साथ जोड़ने की कवायद है।

शाह के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य भी पहुंचे। इनके साथ यूपी प्रभारी ओम माथुर, अरुण सिंह, अनिल जैन और शिव प्रकाश भी शामिल हुए।

जबकि मंत्री बृजेश पाठक और सोनू यादव ने घर पर शाह और योगी के साथ उपमुख्यमंत्रियों का स्वागत किया। सोनू ने बताया कि आज मेरा सपना पूरा हो गया। हर कार्यकर्ता का यह सपना है कि अमित शाह और बीजेपी का आला कमान उनके घर आए, पर सबसे पहले मेरी मुराद पूरी हुई।

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इसके बाद ये देखना होगा कि बीजेपी का ये कदम आगामी लोकसभा चुनाव में उसे कितना फायदा देता है। बहरहाल आप देखिए कैसे शाह और सीएम योगी की टीम सोनू के घर आई और कैसे उन्होंने लिया लंच का मजा, और क्या थाली में था परोसा।

लगभग 10 बजे बड़ी जुगौली की गलियों में हलचल मच गयी, जबकि संडे का दिन होने पर यहाँ आम तौर पर सुबह अलसाई हुई होती है। हर किसी के मन में सवाल था, कि आखिर यहाँ कौन आ रहा है। जिसके लिए इतना तामझाम फैलाया जा रहा है। खैर कुछ ही मिनटों में पता चल गया की अपने सोनू भैया (यादव) के घर बीजेपी के बड़के नेता अमित शाह आ रहे हैं खाना खाने। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी और दिनेश शर्मा के साथ कई बड़े नेता भी आएंगे।

सोनू के घर की ओर जाने वाली गली और आसपास के इलाके में सुरक्षाकर्मी मधुमक्खियों के तरह फैल गए थे। अब अमित शाह आ रहे थे तो गली का कूड़ा तक जाँच के साए से होकर गुजर रहा था। घर और उसके आसपास डॉग स्क्वायड की टीम ने सबकुछ सूंघ लिया था।

जितनी खुशी सोनू यादव और उसके परिवार को थी, उतनी ही मोहल्ले वालों को भी थी, कि अब शाह जी के आने से उनके इलाके की समस्याएं बड़े अफसर भी सुनेंगें।

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सोनू के घर सबसे पहले डीएम कौशलराज शर्मा और एसएसपी दीपक कुमार पहुँचे। इसके बाद मंत्री बृजेश पाठक और जुट गए तैयारी देखने में, कि क्या काम हुआ और क्या बाकी है।

थाली में दिख रहा था यूपी गायब था गुजरात

सोनू ने बताया कि उन्हें इस बारे में पहले से पता नहीं था। हमारे परिवार वाले जो कुछ दोपहर के भोजन में खाते हैं, हम वही शाह जी को भी परोसेंगे। सोनू ने बताया कि शाह को दाल, चावल के साथ रोटी सब्जी और छाछ परोसी जाएगी। इतने बड़े आदमी हमारे घर आ रहे हैं, हमको तो अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है, हमारे तो भाग्य ही खुल गए।

लगभग 1:33 बजे अमित शाह सीएम योगी और दोनों उपमुख्यमंत्री अपने दलबल के साथ बीजेपी ऑफिस से सोनू यादव के घर जाने के लिए निकले।

अमित शाह की थाली में आलू परवल, उरद की दाल, पनीर मटर की सब्जी, अरहर की दाल, सलाद में मूली गाजर, खीरा, और मीठे में रसगुल्ला शामिल था।



मंत्री बृजेश पाठक ने कहा की इस भोजन के कोई सियासी मायने नहीं हैं, बीजेपी में सभी का सम्मान है, बूथ स्तर के कार्यकर्ता के घर भोजन करना ये संदेश है, कि बीजेपी में सबका साथ सबका विकास पर काम होता है।

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सोनू से अमित शाह और सीएम योगी ने पूछा की परिवार में कितने सदस्य हैं, कौन क्या करता है, इसपर सोनू ने बताया कि पिताजी भी बीजेपी से जुड़े थे, और मै भी उनके पदचिन्हों पर चल रहा हूँ। परिवार में बेटा आदित्य यादव (6) और बेटी परी यादव (2 साल), माँ तारावती यादव और पत्नी बीना यादव हैं।

सोनू की माँ और पत्नी ने परोसा था अमित शाह और सीएम योगी सहित अन्य को भोजन। सोनू की पत्नी बीना यादव ने बताया कि 2 घंटे में सब कुछ तैयार किया है। सोनू की मौसी राजकुमारी यादव और माँ तारावती यादव ने बताया कि हमने बस मेहमानों से प्रणाम किया और भोजन परोसा। हमारे लिए किसी सपने से कम नहीं है राष्ट्रिय अध्यक्ष का हमारे घर आना, और उन्हें अपने हाथो से खाना खिलाना। सोनू यादव ने बताया कि अमित शाह ने छाछ पीने के बाद कहा सोनू के घर की छाछ बहुत अच्छी है।

आपको बता दें, सोनू यादव पेशे से इलेक्ट्रीशियन हैं। उन्होंने 14 साल पहले बीजेपी की सदस्यता ली थी । 2006-09 तक मंडल महामंत्री रहे। 2010 में सोनू यादव भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष बने। 2012 में समाज कल्याण प्रकोष्ठ के सह संयोजक बने। 2016 में चुनाव से पहले बूथ अध्यक्ष रहे।

सोनू के बूथ पर 1200 वोट हैं। जिसमें से इस बार 800 वोट बीजेपी उम्मीदवार को मिले थे। 1 दिसम्बर 2009 में बीना यादव संग सोनू यादव की शादी हुई। बीना लखनऊ के आलमबाग की ही रहने वाली हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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