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BJP अध्यक्ष अमित शाह के प्रोग्राम में बंटे नकली नोट, खर्च के लिए दिए गए थे रुपए
सूबे में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी रंग गहराता जा रहा है। पर इसके बीच यह वाकया हैरान करने वाला है। हुआ यूं कि बीते दिनों भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राजधानी में आयोजित पार्टी की आईटी सेल कार्यशाला में शामिल हुए। पार्टी सूत्रों के अनुसार इसमें कुछ जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को खर्च के एवज में पैसे भी दिए गए। पर वह नोट ही नकली निकलें। इसका पता उन्हें तब चला, जब वह इसे लेकर खरीददारी करने गए। फिलहाल इसको लेकर पार्टी के अंदरखाने में हंगामा मचा हुआ है और दल के जिम्मेदार नेता मामले को दबाने में जुट गए हैं।
लखनऊ: यूपी में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी रंग गहराता जा रहा है। इस बीच यह वाक्या हैरान करने वाला है। दरअसल बीते दिनों बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह राजधानी लखनऊ में आयोजित पार्टी की आईटी सेल कार्यशाला में शामिल हुए। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इसमें कुछ जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को खर्च के एवज में पैसे भी दिए गए, लेकिन कार्यकर्ताओं को जो रूपए दिए गए वह नोट ही नकली निकलें। जितने भी नोट कार्यकर्ताओं को मिले वह सब एक ही सीरीज (ODB 657663)के थे। इसका पता उन्हें तब चला, जब वह इसे लेकर खरीददारी करने गए। फिलहाल इसको लेकर पार्टी के अंदरखाने में हंगामा मचा हुआ है और पार्टी के जिम्मेदार नेता मामले को दबाने में जुट गए हैं।
क्या है पूरा मामला ?
-03 सितंबर को लखनऊ के आशियाना स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में बीजेपी के आईटी सेल की कार्यशाला थी।
-बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस कार्यशाला को संबोधित किया।
-इसमें व्यवस्था के तौर पर सेल के जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को लगाया गया था।
-तकरीबन दो दर्जन कार्यकर्ताओं को इस कार्यक्रम में जरूरी खर्चों के लिए दो-दो हजार रुपए भी दिए गए।
-जिससे कार्यकर्ता बहुत खुश हुए लेकिन उनकी यह खुशी ज्यादा समय तक नहीं टिकी।
ऐसे हुआ खुलासा
पार्टी के एक नेता ने बताया कि जब कार्यकर्ता वह इन रुपयों को लेकर बाजार में खरीददारी करने निकले तो उन्हें पता चला कि जो रुपए उन्हें दिए गए वह नकली हैं। यह बात धीरे-धीरे सभी वॉलंटियर्स में फैल गई। इसके बाद जब सबने अपने नोट चेक किए तो उनमें से कई के नोट नकली निकलें। उन्होंने सेल के जिम्मेदार लोगों से इसकी शिकायत भी की। बताया जा रहा है कि इस उठापटक के बीच मामले को दबाया जा रहा है।
इन खर्चों के लिए दी गई थी नकद धनराशि
पार्टी के जानकारों का कहना है कि कार्यक्रम में एकाएक कोई जरूरत पड़ने पर खर्चे के लिए वॉलंटियर्स या जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को खर्चे के लिए कुछ रुपए दिए गए थे। जैसे- किसी विजिटर्स के लिए अचानक खाने-पीने और परिवहन की व्यवस्था करनी हो या फिर व्यवस्था से जुड़ी किसी अन्य जरूरत के लिए जिससे विजिटर्स को कोई परेशानी न हो।
चंदे के एवज में दी गई धनराशि पर शक
-बीजेपी के एक नेता ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हाल के दिनों में कई दलों से आए नेताओं ने पार्टी में शरण ली है।
-उन्हीं में से कुछ लोगों ने इस कार्यक्रम के लिए चंदे के एवज में यह रुपए दिए थे।
-जिसे कार्यक्रम के बाद कार्यकर्ताओं में बांटा गया।
-शक जताया जा रहा है कि उन्हीं के जरिए दी गए रुपए कार्यकर्ताओं में बंटे हैं।
केशव मौर्या ने कहा- पार्टी की तरफ से ऐसी कोई व्यवस्था नहीं
बीजेपी के यूपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने नकली नोट मिलने की घटना को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पार्टी की तरफ से किसी को खर्चे के एवज में या प्रोत्साहन के तौर पर कोई धनराशि देने का प्रावधान नहीं है। हम लोगों के यहां जो पैसा आता है उसका भुगतान चेक से किया जाता है। इस कार्यक्रम में स्टेज वगैरह सब बना था। ज्यादा से ज्यादा किसी को धूप आदि के लिए पैसे दिए गए होंगे।