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आज PM मोदी ने 34वीं बार की मन की बात, रखा अगले पांच साल का एजेंडा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 34वीं बार आकाशवाणी से 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से अपने विचार साझा किए। उन्होंने भारत
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 34वीं बार आकाशवाणी से 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से अपने विचार साझा किए। उन्होंने भारत के कई हिस्सों में आई प्राकृतिक आपदा के बारे में बात करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पूरी मॉनिटरिंग हो रही है। व्यापक स्तर पर राहत कार्य किए जा रहे हैं। आपदा के समय भारतीय सेना के जवान हों, एनडीआरएफ के लोग हों, हर कोई पीड़ितों की सेवा करने में जी-जान से जुड़ जाते हैं।
क्या बोले मोदी?
- उन्होंने आगे कहा, इन दिनों तो हमने इंश्योरेंस कंपनियों को और विशेष करके क्रॉप इंश्योरेंस कंपनियों को भी प्रोएक्टिव होने के लिए योजना बनाई, ताकि किसानों को क्लेम सेटलमेंट तुरंत हो सकें और बाढ़ की परिस्थितियों को निपटने के लिए 24 घंटे और सातों दिन काम चल रहा है।
GST पर आए कई सवाल- मोदी
- उन्होंने कहा कि इस बार जीएसटी को लेकर के इतनी चिट्ठियां आई हैं, इतने सारे फोन कॉल आए हैं।
- जीएसटी के लागू हुए क़रीब एक महीना हुआ है और उसके फ़ायदे दिखने लगे हैं। जीएसटी ने हमारी अर्थव्यवस्था पर एक बहुत ही सकारात्मक प्रभाव और बहुत ही कम समय में उत्पन्न किया है।
- विश्व ज़रूर इस पर अध्ययन करेगा। GSTApp पर आप भलीभांति जान सकते हैं कि जीएसटी के पहले जिस चीज़ का जितना दाम था, तो नई परिस्थिति में कितना दाम होगा।
- GST सिर्फ टैक्स रिफॉर्म नहीं है, एक नयी ईमानदारी की संस्कृति को बल प्रदान करने वाली अर्थव्यवस्था है।
अगस्त महीना 'क्रान्ति' का महीना है
- पीएम ने कहा- अगस्त महीना क्रांति का महीना होता है।
- उन्होंने कार्यक्रम के दौरान 9 अगस्त 1942 को शुरू हुए भारत छोड़ो आंदोलन की चर्चा की।
- मोदी ने बताया की इस महीने हमारा देश आजाद हुआ था। इस साल हम भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं।
- इस आंदोलन में महात्मा गांधी के आह्वान पर लाखों भारतवासी जीवन को संघर्ष में झोंक रहे थे।
- महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन का आह्वान किया लेकिन कई बड़े नेता जेल में थे। असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में महात्मा गांधी के दो अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं।
- 1857 से शुरू हुआ स्वतंत्रता संग्राम 1942 तक किसी न किसी रूप में चलता रहा।
ये है अगले पांच साल का एजेंडा
- पीएम मोदी ने कर्यक्रम के दौरान अगले पांच साल का एजेंडा जनता के सामने रखा।
- उन्होंने कहा कि 2017 से 2022 संकल्प सिद्धि के वर्ष हैं। 2017 को संकल्प वर्ष के रूप में मनाएं तो 2022 तक सफलता दिखेगी।
- पांच साल में निर्णायक परिणाम दिख सकते हैं। हमें संकल्प करना है, गंदगी- भारत छोड़ो, ग़रीबी- भारत छोड़ो, आतंकवाद- भारत छोड़ो, जातिवाद- भारत छोड़ो, सम्प्रदायवाद- भारत छोड़ो।
- मैं युवा साथियों को, युवा मित्रों को, आमंत्रित करता हूँ कि नए भारत के निर्माण में वे नए तरीक़े से योगदान के लिए आगे आएं।
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