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Aaj Ka Itihas 17 May 2025: इतिहास के आईने में बेहद खास है 17 मई — एक तारीख, अनेक कहानियां

Aaj Ka Itihas 17 May 2025: आज हम आपको 17 मई को हुई कुछ ख़ास घटनाओं के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जिनका इतिहास में काफी महत्वपूर्ण स्थान है।

Jyotsna Singh
Published on: 17 May 2025 11:42 AM IST
History of 17 May
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History of 17 May (Image Credit-Social Media)

17 May Aaj Ka Itihas: हर तारीख इतिहास की किताब में एक अध्याय होती है, लेकिन कुछ तारीखें ऐसी होती हैं जो अनेक घटनाओं, उपलब्धियों, आंदोलनों और संघर्षों की साक्षी बनती हैं। 17 मई भी एक ऐसी ही तारीख है, जो भारत और विश्व में राजनीति, विज्ञान, खेल, स्वतंत्रता आंदोलनों और सामाजिक बदलावों से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं की याद दिलाती है। इस दिन विश्व दूरसंचार दिवस मनाया जाता है, वहीं नॉर्वे जैसे देश का राष्ट्रीय दिवस भी इसी तारीख को है। इसके अलावा वास्को-डी-गामा का भारत पहुंचना, बहादुर शाह ज़फ़र का सम्राट घोषित होना, सुनील गावस्कर का संन्यास, और एडवर्ड जेनर जैसे वैज्ञानिक का जन्म यह सब 17 मई से जुड़ा है। 17 मई का दिन इतिहास में अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं, जन्मों और उपलब्धियों के लिए जाना जाता है। यह दिन न केवल भारत, बल्कि विश्व स्तर पर भी कई ऐतिहासिक मोड़ों का साक्षी रहा है। आइए, इस दिन की प्रमुख घटनाओं और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानते हैं:-

वैश्विक परिदृश्य में 17 मई की प्रमुख घटनाएं

1.विश्व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस (World Telecommunication Day)

1865 में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) की याद में यह दिन हर वर्ष मनाया जाता है। आधुनिक संचार तकनीकों ने दुनिया को जोड़ने का जो काम किया है, उसका आरंभिक बीज इसी संस्था के गठन के साथ पड़ा। वर्ष1973 में मैलेगा-टोर्रीमोलिनोन्स में एक सम्मेलन के दौरान इसे घोषित किया गया। इस दिन का मुख्य उद्देश्य इंटरनेट और नई प्रौद्योगिकियों द्वारा लाया गया सामाजिक परिवर्तनों की वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के लिए है।

2. नॉर्वे का राष्ट्रीय दिवस (Constitution Day of Norway)


17 मई 1814 को नॉर्वे ने डेनमार्क से अलग होकर अपना संविधान अपनाया, जो यूरोप के सबसे पुराने संविधानों में से एक है। इस दिन को "ग्रुंडलॉव्सदाग" कहा जाता है और यह नॉर्वे में सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक छुट्टी होती है। देशभर में झंडा रैली, परेड, और पारंपरिक परिधान में उत्सव मनाया जाता है।

3. वास्को डी गामा का भारत आगमन (1498)


17 मई 1498 को पुर्तगाली नाविक वास्को डी गामा भारत के कालीकट (अब कोझिकोड) के तट पर पहुंचे। यह घटना भारत और यूरोप के बीच समुद्री व्यापार के एक नए युग की शुरुआत थी। उनके आगमन से न केवल व्यापार बढ़ा, बल्कि औपनिवेशिक हस्तक्षेप की प्रक्रिया भी तेज हुई, जो आगे चलकर भारत पर पश्चिमी प्रभुत्व का कारण बनी।

4. कन्नौज की लड़ाई (1540)

हुमायूं और शेरशाह सूरी के बीच हुई इस लड़ाई में शेरशाह ने निर्णायक विजय हासिल की, जिससे सूरी वंश की स्थापना हुई और मुग़ल साम्राज्य का पहला पतन हुआ। यह घटना उत्तर भारत के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव लेकर आई।

5. बहादुर शाह ज़फर को मुगल सम्राट घोषित किया गया (1857)

17 मई 1857 को जब भारतीय सैनिकों ने दिल्ली पर अधिकार कर लिया, तब उन्होंने अंतिम मुग़ल सम्राट बहादुर शाह ज़फर को अपना नेता घोषित किया। यह घटना प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत के संगठित संघर्ष का प्रतीक बन गई।

6. सुनील गावस्कर का संन्यास (1987)

भारतीय क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज़ों में शामिल सुनील गावस्कर ने 17 मई 1987 को पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने 125 टेस्ट मैचों में 10122 रन बनाए थे। उस समय यह एक विश्व रिकॉर्ड था।

7. परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि को मंजूरी (2000)


रूस की संसद ने 17 मई 2000 को Comprehensive Nuclear-Test-Ban Treaty (CTBT) को मंजूरी दी। यह वैश्विक परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना गया।

8. ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा बंगाल के बुनकरों पर प्रतिबंध (1769)

ब्रिटिश शासन के दौरान ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के हथकरघा उद्योग पर गंभीर प्रहार किया। 17 मई 1769 को पारित एक आदेश के अनुसार स्थानीय बुनकरों पर कई प्रकार के कर लगाए गए और उन्हें सीधे कंपनी के एजेंटों से कच्चा माल और मजदूरी तय कराने के लिए मजबूर किया गया।

9. डेनियल पर्ल का शव बरामद (2002)


अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल, जिन्हें पाकिस्तान में अपहृत किया गया था, उनका शव 17 मई 2002 को कराची के एक इलाके से बरामद हुआ। इस घटना ने वैश्विक मीडिया और आतंकवाद पर गहन विमर्श शुरू कर दिया।

10. पाकिस्तान के राजदूत की रिहाई (2008)

तालिबान आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए पाकिस्तान के राजदूत तारीक अजीजुद्दीन को 17 मई 2008 को सुरक्षित रिहा किया गया। यह पाकिस्तान के लिए बड़ी कूटनीतिक सफलता मानी गई।

11. अमेरिका में स्कूलों से नस्लीय भेदभाव समाप्त (1954)

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने "ब्राउन बनाम शिक्षा बोर्ड" मामले में ऐतिहासिक निर्णय देते हुए 17 मई 1954 को कहा कि स्कूलों में नस्लीय भेदभाव असंवैधानिक है। इस फैसले ने अमेरिकी नागरिक अधिकार आंदोलन को नई गति दी।

12. न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना (1792)

17 मई 1792 को न्यूयॉर्क के कुछ निवेशकों ने "बटनवुड समझौते" पर हस्ताक्षर किए, जिससे न्यूयॉर्क स्टॉक से एक्सचेंज (NYSE) की नींव पड़ी। आज यह दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है।

13. WHO ने समलैंगिकता को मानसिक रोगों की सूची से हटाया (1990)


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 17 मई 1990 को समलैंगिकता को मानसिक रोग की श्रेणी से बाहर कर दिया। यह निर्णय LGBTQ+ अधिकारों के लिए वैश्विक आंदोलन में मील का पत्थर साबित हुआ।

14. पहला अमेरिकी राज्य जिसने समलैंगिक विवाह को वैध किया (2004)

मैसाचुसेट्स 17 मई 2004 को अमेरिका का पहला राज्य बना जिसने समलैंगिक विवाह को वैध किया। यह LGBTQ+ समुदाय के लिए ऐतिहासिक दिन था।

17 मई को जन्मे प्रमुख व्यक्तित्व

1. एडवर्ड जेनर (1749)जन्म


चेचक के टीके के जनक एडवर्ड जेनर का जन्म 17 मई 1749 को हुआ था। उन्होंने एक स्थानीय प्रयोग के जरिए वैक्सीन की अवधारणा को दुनिया के सामने रखा, जिससे लाखों लोगों की जान बचाई जा सकी। उन्हें इम्युनोलॉजी का पितामह भी कहा जाता है।

2. सुगर रे लियोनार्ड (1956)जन्म

प्रसिद्ध अमेरिकी मुक्केबाज सुगर रे लियोनार्ड का जन्म 17 मई 1956 को हुआ था। वे पांच बार विश्व चैंपियन बने और उन्हें 1980 के दशक के सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाजों में गिना जाता है।

3. निक्की रीड (1988) जन्म

अमेरिकी अभिनेत्री निक्की रीड का जन्म 17 मई 1988 को हुआ था। वे "ट्वाइलाइट" फिल्म श्रृंखला में रोसाली हेल की भूमिका के लिए प्रसिद्ध हैं।

17 मई को महत्वपूर्ण हस्तियों का निधन

1. सैंड्रो बोटिचेली (1510) मृत्यु

प्रसिद्ध इतालवी चित्रकार सैंड्रो बोटिचेली का निधन 17 मई 1510 को हुआ। वे "द बर्थ ऑफ वीनस" जैसी कृतियों के लिए जाने जाते हैं।

2. हरमन वूक (2019) मृत्यु

अमेरिकी लेखक हरमन वूक का निधन 17 मई 2019 को हुआ। वे "द कैन म्यूटिनी" और "द विंड्स ऑफ वॉर" जैसे उपन्यासों के लिए प्रसिद्ध हैं।

17 मई का दिन विविध ऐतिहासिक घटनाओं, वैज्ञानिक उपलब्धियों और सांस्कृतिक परिवर्तनों का प्रतीक है। यह दिन हमें अतीत की महत्वपूर्ण घटनाओं की याद दिलाता है और भविष्य के लिए प्रेरणा प्रदान करता है।

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