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KGMU Lucknow: अब केजीएमयू में सस्ती दवाओं के लिए मरीजों को जमा करनी होगी पर्चे की फोटो कॉपी, मरीज परेशान

KGMU Lucknow: केजीएमयू में रोजाना पांच से छः हजार मरीज आते हैं। इन मरीजों को सस्ती दरों पर दवा उपलब्ध कराने के लिए हॉस्पिटल रिवाल्विंग फंड (एचआरएफ) स्टोर खोले गए हैं। एचआरएफ के 14 स्टोरों पर 30 से 35 प्रतिशत सस्ती दवाएं मिलती है।

Anant kumar shukla
Published on: 19 Dec 2022 3:16 PM GMT
KGMU Lucknow Patients will have to submit photocopy of the prescription
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KGMU Lucknow Patients will have to submit photocopy of the prescription (Social Media)

KGMU Lucknow: दवाओं की कालाबाजारी रोकने में केजीएमयू नाकाम है। अधिकारियों का कहना है कि पहले ओपीडी पर्चे का फोटो कॉपी लाइए इसके बाद मिलेंगी सस्ती दवाएं। अफसरों के आदेशों का खामियाजा गरीब और लाचार मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि केजीएमयू में रोजाना पांच से छः हजार मरीज आते हैं। इन मरीजों को सस्ती दरों पर दवा उपलब्ध कराने के लिए हॉस्पिटल रिवाल्विंग फंड (एचआरएफ) स्टोर खोले गए हैं। एचआरएफ के 14 स्टोरों पर 30 से 35 प्रतिशत सस्ती दवाएं मिलती है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों द्वारा मरीजों की हक की दवाएं दवाओं का कालाबाजारी शुरू किया जा रहा था। एसटीएफ ने कालाबाजारी का पर्दाफाश किया गया। जिसके बाद 10 कर्मचारियों को नौकरी से हटाया गया है। इसके बाद अधिकारियों ने दवा लेने के लिए नए नियम बनाए। जोकि मरीजों के परेशानी का सबब बना हुआ है।

केजीएमयू के प्रवक्ता प्रोफेसर सुधीर सिंह ने बताया कि कालाबाजारी रोकने के लिए यह व्यवस्था लागू की गई है। संस्थान के परिसर में मौजूद दुकानों पर ही फोटोकॉपी कराई जा सकती है।

फोटोकॉपी के लिए भटक रहे मरीज

नए नियम के अनुसार ओपीडी के डॉक्टरों के द्वारा जिस पर्चे पर दवाओं को लिखा जाता है उस पर्चे का फोटोकॉपी करना आवश्यक है । यह फोटो कॉपी एसआरएफ के स्टोर पर जमा करना होगा। इसके बाद मरीज को दवा उपलब्ध कराया जाएगा। मरीजों द्वारा पर्चे का फोटोकॉपी कराने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। क्योंकि वे यहां पर नए होते हैं। उन्हें नहीं पता होता है कि फोटो कॉपी कहां करवानी है।

लॉरी में भी मरीज परेशान

लॉरी में सबसे ज्यादा मरीज परेशान है। पर्चे की फोटोकॉपी कराने के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है। मेडिकल स्टोर के एजेंटों की निगाहें उन पर गड़ी होती हैं। वे मरीजों को बहला-फुसलाकर किसी तरह मेडिकल स्टोर पर दावा खरीदने के लिए ले जाने की फिराक में लगे रहते हैं।

Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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