×

कोरोना बना काल: एक दिन में 148 चिताएं जलती देख, भोपाल में मचा कोहराम

मंगलवार मध्यप्रदेश में 148 शवों का अंतिम संस्कार हुआ।सीएम शिवराज ने कोरोना पॉजिटिविटी रेट को कम करने के लिए कहा है।

Network
Newstrack Network NetworkPublished By Suman Mishra | Astrologer
Published on: 21 April 2021 7:26 AM GMT
कोरोना बना काल: एक दिन में 148 चिताएं जलती देख, भोपाल में मचा कोहराम
X
 श्मशान में जलती लाशें सांकेतिक तस्वीर, (साभार-सोशल मीडिया)

भोपाल: कोरोना संक्रमण ( Coronavirus) के कारण पूरे देश(Country) में कोहराम मचा हुआ है। क्या एमपी, क्या यूपी (UP) हर जगह कोरोना का सिलसिला जारी है। रिकॉर्ड तोड़ संक्रमण से हर शहर, राज्य और देश कांप उठा है। इसी तर मध्यप्रदेश में भी कोरोना से बवाल मचा है। राजधानी भोपाल(Bhopal) में कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा मंगलवार को फिर 148 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। शहर के सारे अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं। सीएम शिवराज ने कोरोना के पॉजिटिविटी रेट को कम करने के लिए सख्त आदेश दिया है।

बता दें कि इसी तरह का हाल मंगलवार को एमपी के जबलपुर शहर में भी देखने को मिला एक साथ 79 चिताएं जली, जिस देख रूह कांप उठा। कहीं किसी घर में 6 बहनों का इकलौता भाई चल बसा, तो कहीं भाईयों की मौत हो गई। शहर की शायद ही ऐसी कोई गली या मोहल्ला हो, जहां से मौत की खबरें न आ रही हों। इसी तरह का हाल राजधानी भोपाल भी जारी है। लोग महामारी से मर रहे हैं, लेकिन कोई कुछ नहीं कर पा रहा है। बचाने की हर कोशिश नाकाम होती जा रही है।

नहीं थम रहा मौत का सिलसिला

मंगलवार को सबसे ज्यादा अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में 94, सुभाष विश्राम घाट में 40 शवों के किए गए। जबकि, झदा कब्रिस्तान में 14 शवों को दफनाया गया। सरकारी आंकड़ों में कोरोना से 5 की मौत होना बताई गई है।

बता दें, 19 अप्रैल को 123 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया गया था। शहर के मुख्य विश्राम घाट और कब्रिस्तान से मिले आंकड़ों के अनुसार 19 अप्रैल को सबसे ज्यादा शवों के अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में 83, सुभाष विश्राम घाट में 32 किए गए। वहीं, दूसरी ओर झदा कब्रिस्तान में 8 शवों को दफनाया गया। स्वास्थ्य विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार सिर्फ पांच लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी। 15 अप्रैल को 112 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ था।

सांकेतिक तस्वीर, (साभार-सोशल मीडिया)

16 अप्रैल को एक दिन में 118 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया था। 17 अप्रैल के आंकड़ों के अनुसार शहर के मुख्य विश्राम घाट और कब्रिस्तान में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत 92 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था। सरकारी आंकड़ों में कोरोना से 3 मौत होना बताई गई थी। 18 अप्रैल को 112 शवों का कोविड प्रोटोकॉल के अंतिम संस्कार साथ किया गया था। सबसे ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में किया गया।

सीएम शिवराज सिंह चौहान का सख्त आदेश

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पॉजिटिविटी रेट को घटाने पर गंभीरता से फोकस किया जाए। इसके लिए सर्दी, खांसी, बुखार या पेट दर्द होने की शिकायत करने वालों का तत्काल सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजा जाए। सैंपल टेस्ट के साथ ही मेडिसिन किट उपलब्ध कराकर मरीज को होम आइसोलेट किया जाए। मुख्यमंत्री ने मंगलवार देर शाम कलेक्टरों के साथ वर्चुअली बैठक की। 19 अप्रैल को पॉजिटिविटी रेट 24% से ज्यादा हो चुका है। इससे स्पष्ट है, सामुदायिक संक्रमण फैल चुका है। कोरोना को नियंत्रित करने के लिए इसकी चेन तोड़नी होगी। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश दिए। शिवराज ने कहा कि अगले 2-3 दिनों में आपके जिले की पॉजिटिविटी कम होनी ही चाहिए। कब तक ऑक्सीजन और आईसीयू बेड बढ़ाते रहेंगे, लेकिन जरूरत पड़ने पर सभी व्यवस्थाएं की जा रही है।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story