Meerut News: जोश में प्रत्याशियों ने हदें तोड़ी, अब सहमे हैं सरकार

Meerut News:चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लघंन को जिस तरह चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है ,उससे खासकर चुनावी खर्च सीमा से अधिक खर्च करने वाले प्रत्याशियों की धड़कने बढ़ गई हैं। स्थानीय मुख्य कोषाधिकारी नोडल अधिकारी द्वारा सभी प्रत्याशियों को चुनावी खर्चे से संबंधित  अपना-अपना व्यय 02 जून तक लेखा टीम के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा है।

Meerut News: जोश में प्रत्याशियों ने हदें तोड़ी, अब सहमे हैं सरकार
UP Nikay Chunav 2023 (photo: social media )
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Meerut News: जोश में होश खोते हुए सारी हदें पार कर गये चुनाव वीरों पर अब चुनाव आयोग की तलवार लटक गई है। चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लघंन को जिस तरह चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है ,उससे खासकर चुनावी खर्च सीमा से अधिक खर्च करने वाले प्रत्याशियों की धड़कने बढ़ गई हैं। प्रत्याशियों की धड़कनों का बढ़ना आज तब शुरु हुआ जब आज स्थानीय मुख्य कोषाधिकारी नोडल अधिकारी द्वारा सभी प्रत्याशियों को चुनावी खर्चे से संबंधित  अपना-अपना व्यय 02 जून 2023 तक लेखा टीम के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा है।

  दरअसल,उत्तर प्रदेश के मेरठ में वोटरों को लुभाने के लिए मानक से ज्यादा वाहनों का इस्तेमाल करने,रुपए बांटने या सामान या फिर लजीज खाना। समेत कई आरोपो में जनपद के विभिन्न थानो में मुकदमें दर्ज हैं। यानी हर हाल में प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने की चाहत में चुनाव प्रचार के दौरान शायद ही कोई हथकंडा छोड़ा हो। माहौल को अपने पक्ष में मोड़ने की कवायद में जब आदर्श आचार संहिता की लक्ष्मण रेखा बीच में आई तो,उसे लाघंने से भी कई प्रत्याशियों ने गुरेज नहीं किया। जैसा कि मेरठ के थाना नौचंदी क्षेत्र स्थित वार्ड 80 से समाजवादी पार्टी पार्षद प्रत्याशी हनीफा अंसारी पत्नी हाजी शाहिद अंसारी निवासी ढवाई नगर ने वोटरों को लुभाने के लिए बिरयानी बनवाई थी। इस दौरान भारी संख्या में वोटर बिरयानी खाने के लिए ढवाई नगर पहुंच गए और खाना कम पड गया उसके बाद लोग बिरयानी की डेक सड़क पर घसीटते हुए लूट कर ले गए। कम पड़ी तो वोटर देग लूटकर भागने लगे। इस दौरान आसपास के लोगों ने घटना को मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बाद में वायरल वीडियो नौचंदी थाना पुलिस के संज्ञान में पहुंचा तो पुलिस आरोपी प्रत्याशी पर आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करने की बात कहीं। इसी तरह मेरठ में बसपा से मेयर पद के उम्मीदवार हशमत मालिक की नोटों की गड्डियां लेते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसके बाद लिसाड़ी गेट पुलिस ने आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा कायम किया था।      

प्रत्याशी द्वारा किए गए खर्च की गणना की जाएगी

बता दें कि नगर निकाय चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने खर्च की सीमा तय करने के साथ विभिन्न सामग्रियों का भी मूल्य तय कर दिया था। उसी के आधार पर चुनाव में एक प्रत्याशी द्वारा किए गए खर्च की गणना की जाएगी। हर जिले में  जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम को इसकी निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गई थी। 

मुख्य कोषाधिकारी नोडल अधिकारी (व्यय अनुवीक्षण तंत्र) नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 मेरठ लक्ष्मी मिश्रा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सामान्य नगर निकाय निर्वाचन-2023 में महापौर नगर निगम अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष एवं नगर निगम सदस्य, नगर पालिका परिषद सदस्य एवं नगर पंचायत सदस्य चुनाव के प्रत्याशियो द्वारा चुनाव में प्रचार हेतु व्यय की गयी धनराशियों का परीक्षण गठित लेखा टीमो द्वारा निकायवार किया जाना है। इसलिए सभी प्रत्याशियों से 02 जून 2023 तक अपना व्यय रजिस्टर लेखा टीम के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।