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सावधानः रोगाणुनाशकों का छिड़काव नहीं बचाएगा कोरोना से, करना होगा ये काम

अध्ययनों से पता चला है कि वायरस कई दिनों तक कई प्रकार की सतहों पर रह सकता है। हालांकि, ये अधिकतम अवधि केवल सैद्धांतिक हैं क्योंकि उन्हें प्रयोगशाला स्थितियों के तहत दर्ज किया गया है और वास्तविक दुनिया के वातावरण में फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं है।

राम केवी
Published on: 17 May 2020 1:27 PM IST
सावधानः रोगाणुनाशकों का छिड़काव नहीं बचाएगा कोरोना से, करना होगा ये काम
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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि सड़कों पर कीटनाशकों का छिड़काव करने से नोवेल कोरोना वायरस नहीं मरता है बल्कि इससे स्वास्थ्य के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है। डब्ल्यूएचओ ने कुछ देशों द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए जा रहे तरीकों को लेकर शनिवार को यह बात कही है।

कोरोना वायरस को सतह पर निष्प्रभावी बनाने के लिए सफाई पर आधारित एक दस्तावेज में डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कीटनाशक का छिड़काव निष्प्रभावी हो सकता है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि बाहर के खुले हिस्सों जैसे सड़कों या मार्केट एरिया में कोविड-19 या अन्य जानलेवा कीटाणुओं को मारने के लिए कीटनाशक के छिड़काव की सलाह नहीं दी गई है। क्योंकि धूल और कचरे में ये निष्प्रभावी हो जाते हैं।

डब्ल्यूएचओ ने यहां तक कहा है कि कार्बनिक पदार्थों की अनुपस्थिति में, वायरस को निष्क्रिय करने के लिए रासायनिक छिड़काव के जरिये पर्याप्त रूप से सभी सतहों को कवर करने की संभावना नहीं है। उसने कहा कि गलियों और फुटपाथ को COVID -19 के "संक्रमण के भंडार" के रूप में नहीं माना जाता है, ऐसे में जब कीटनाशक रूपी कीटाणु जब जुड़ते हैं तो यह "मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक" हो सकता है।

दस्तावेज़ में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि व्यक्तियों की मौजूदगी में कीटाणुनाशक छिड़कना किसी भी परिस्थिति में अनुशंसित नहीं है। यह शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से हानिकारक हो सकता है और किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या उसके द्वारा निकलने वाली बूंदों के माध्यम से वायरस फैलाने की क्षमता को यह छिड़काव कम नहीं करेगा।

क्लोरीन या अन्य जहरीले रसायनों का छिड़काव करने से लोगों की आंखों और त्वचा में जलन, ब्रोन्कोस्पास्म और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रभाव हो सकते हैं।

छिड़काव निष्प्रभावी

डब्ल्यूएचओ अध्ययन का हवाला देते हुए इनडोर स्पेस में सतहों पर कीटाणुनाशक और कीटाणुनाशकों के छिड़काव के खिलाफ चेतावनी दे रहा है। अध्ययन ने प्रत्यक्ष छिड़काव क्षेत्रों के बाहर इसे अप्रभावी दिखाया है।

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डब्ल्यूएचओ का कहना है कि यदि कीटाणुनाशकों का प्रयोग करना है, तो किसी कपड़े या पोछे के साथ किया जाना चाहिए जो कीटाणुनाशक में भिगोया गया हो। हालांकि वर्तमान में इस बारे में कोई सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है।

अध्ययनों से पता चला है कि वायरस कई दिनों तक कई प्रकार की सतहों पर रह सकता है। हालांकि, ये अधिकतम अवधि केवल सैद्धांतिक हैं क्योंकि उन्हें प्रयोगशाला स्थितियों के तहत दर्ज किया गया है और वास्तविक दुनिया के वातावरण में फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं है।

राम केवी

राम केवी

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