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बोले लालू : 302 के आरोपी हैं नीतीश, डर से गए बीजेपी के साथ
नीतीश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए लालू ने कहा, "नीतीश कुमार पटना के पंडारक थाने में वर्ष 1991 में एक हत्या के मामले में आरोपी हैं। ऐसे में उनका मुख्यमंत्री बने रहना कहां का जीरो टॉलरेंस था। इस मामले में अदालत ने संज्ञान भी लिया है, परंतु नीतीश अपने पद का इस्तेमाल कर उस मामले को दबाए हुए हैं।"
लालू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि नीतीश कुमार ने कभी राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ मुक्त भारत का नारा दिया था। अब पता नहीं क्या हो गया है? उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से बड़ा अत्याचार होता है।
उन्होंने कहा कि नीतीश के इस्तीफे के बाद महागठबंधन समाप्त नहीं हो गया है। उन्होंने कहा कि नीतीश से अगर सरकार नहीं चलती है, तो कोई बात नहीं, उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने नीतीश से अपील की कि महागठबंधन में शामिल सभी दल के विधायकों को एक साथ बैठाएं और नए नेता का चुनाव करें और फिर से सरकार का गठन हो।
राजद नेता ने नीतीश कुमार पर परोक्ष रूप से यह भी आरोप लगाया कि वह भाजपा से मिले हुए हैं।