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बोले लालू : 302 के आरोपी हैं नीतीश, डर से गए बीजेपी के साथ

Rishi
Published on: 26 July 2017 9:04 PM IST
बोले लालू : 302 के आरोपी हैं नीतीश, डर से गए बीजेपी के साथ
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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार के इस्तीफे और उसके बाद मीडिया में उनके बयानों को सुनते ही राजद अध्यक्ष तुरंत मीडिया के सामने आए। नीतीश को धारा 302 के तहत चल रहे एक केस का मुदालय (आरोपी) बताते हुए उन्होंने प्राथमिकी की प्रति भी लहराई।

लालू ने कहा कि नीतीश भ्रष्टाचार के नाम पर इस्तीफा दे रहे और खुद अपनी गिरेबान में नहीं देख रहे। अपने खिलाफ केस में फंसने से बचने के लिए नीतीश भाजपा की गोद में चले गए हैं। उन्होंने सर्वाधिक विधायकों वाली पार्टी के नाते सरकार बनाने के न्योता का पहला हकदार राजद को बताया।

मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने नीतीश के सुशासन व पारदर्शिता के दावे पर सवाल खड़ा किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि महागठबंधन में शामिल सभी दल नए नेता का चुनाव करें और फिर से सरकार का गठन करें।

और क्या कहा लालू ने

नीतीश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए लालू ने कहा, "नीतीश कुमार पटना के पंडारक थाने में वर्ष 1991 में एक हत्या के मामले में आरोपी हैं। ऐसे में उनका मुख्यमंत्री बने रहना कहां का जीरो टॉलरेंस था। इस मामले में अदालत ने संज्ञान भी लिया है, परंतु नीतीश अपने पद का इस्तेमाल कर उस मामले को दबाए हुए हैं।"

लालू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि नीतीश कुमार ने कभी राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ मुक्त भारत का नारा दिया था। अब पता नहीं क्या हो गया है? उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से बड़ा अत्याचार होता है।

उन्होंने कहा कि नीतीश के इस्तीफे के बाद महागठबंधन समाप्त नहीं हो गया है। उन्होंने कहा कि नीतीश से अगर सरकार नहीं चलती है, तो कोई बात नहीं, उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

उन्होंने नीतीश से अपील की कि महागठबंधन में शामिल सभी दल के विधायकों को एक साथ बैठाएं और नए नेता का चुनाव करें और फिर से सरकार का गठन हो।

राजद नेता ने नीतीश कुमार पर परोक्ष रूप से यह भी आरोप लगाया कि वह भाजपा से मिले हुए हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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