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आंकड़ो के गेम में एक बार फिर फिसड्डी साबित हुए सभी ओपिनियन पोल

राम केवी
Published on: 11 Dec 2018 8:23 PM IST
आंकड़ो के गेम में एक बार फिर फिसड्डी साबित हुए सभी ओपिनियन पोल
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रामकृष्ण वाजपेयी

एग्जिट पोल, ओपियन पोल, पोल सर्वे आदि को लेकर हमेशा से लोगों में उत्सुकता रही है। अपने सटीक आकलन के चलते तमाम फेमस एजेंसियों के नतीजों का चुनाव आदि के अवसरों पर लोगों को इंतजार भी रहता है। और हो भी क्यों न जब राजीव गांधी का निधन हुआ था और उसके बाद जो चुनाव हुए थे उसमें इंडिया टुडे का सर्वे सटीक साबित हुआ था।

2014 में मोदी युग की शुरुआत के समय भी तमाम एजेंसियों के ओपिनियन पोल सही साबित हुए थे। बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के समय भी ओपिनियन पोलों से पिक्चर साफ हो गई थी। लेकिन इस बार पांच राज्यों के हुए विधानसभा चुनावों में मोटे तौर पर भाजपा की पराजय के संकेत अधिकांश एजेंसियों ने दे दिये थे लेकिन रुझानों से हार जीत का जो अंतर उभर रहा है और दलों का जो उभार सामने आ रहा है उसका आकलन कर पाने में इस बार सभी एजेंसियां कामयाब नहीं हो सकी हैं।

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पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के मतगणना रुझान से अब तक स्पष्ट हो चला है कि मिजोरम और तेलंगाना को छोड़कर कांग्रेस तीन राज्यों में सत्ता बनाने जा रही है। छत्तीसगढ़, राजस्थान में उसकी सरकार तय मानी जा रही है जबकि मध्य प्रदेश में कांटे की लड़ाई के बीच उसकी सरकार बनना तय है। जबकि तेलंगाना में टीआरएस ने जबर्दस्त ढंग से सत्ता में वापसी की है और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार बन रही है। यह दृश्य अधिकांश एजेंसियों के ओपिनियन पोलों में उभर रहा था।

पांचों ही विधानसभा चुनावों में भाजपा के लगभग सभी कद्दावर नेताओं औऱ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित प्रमुख नेताओं ने धुआंधार चुनाव प्रचार किया था। चूंकि यह चुनाव आम चुनाव के ठीक पहले हो रहे थे और इसके नतीजों के आधार पर सभी दलों को अपनी भाव राजनीति की दिशा तय करनी थी। नये समीकरण और नये गठबंधन होने थे इसलिए इन चुनावों में हारजीत का बहुत मतलब था।

यह चुनाव इसलिए खास थे चूंकि यह बिना किसी खास लहर के हो रहे थे। हालांकि भाजपा, संघ और उससे जुड़े संगठनों ने इन राज्यों में चुनाव की घोषणा होने से पहले ही हिंदुत्व और राममंदिर मुद्दे पर माहौल बनाना शुरू कर दिया था लेकिन किसी किस्म का जादू चल नहीं पाया और चुनाव में पार्टी औंधे मुंह गिरी। चूंकि बीजेपी के ऐसे हश्र की किसी को उम्मीद नहीं थी। इसीलिए ओपिनियन पोल और सर्वे गलत साबित हुए।

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मध्य प्रदेश में वास्तविकता से सभी दूर

सभी एजेंसियों के एग्जिट पोल में बीजेपी का पलड़ा भारी दिखाया गया था। इनके मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी की फिर सरकार बन रही थी।

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स के एग्जिट पोल में बीजेपी को 126, कांग्रेस को 89, बीएसपी को 9 व अन्य को 9 सीटें दी गई थीं।

इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने बीजेपी को 111, कांग्रेस को 113, बीएसपी को 2 और अन्य को 4 सीटें दी थीं।

'जन की बात' एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 118, कांग्रेस को 105 और अन्य को 7 सीटें मिल सकती थीं

एबीपी-सीएसडीएस के मुताबिक एमपी में कांग्रेस को 126, बीजेपी को 94 और अन्य को 10 सीटें मिलनी थीं।

सी-वोटर बीजेपी को 118, कांग्रेस को 105 और अन्य को 7 सीटें दे रहा था।

टुडेज चाणक्य ने एमपी में कांग्रेस को 125, बीजेपी को 103 सीटें दी थीं

वहीं न्यूज 24-पीएसी ने कांग्रेस के 115 और बीजेपी के 110 सीटों पर जीत की उम्मीद जतायी थी।

न्यूजट्रैक के मुताबिक मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 130-138, भाजपा 70-90, सपा 07, बसपा 05-09

जबकि अब तक मिले रुझानों के अनुसार कांग्रेस 109 और भाजपा 100 पर लीड कर रही है। अन्य को आठ सीटों पर बढ़त है।

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राजस्थान में क्या कह रहे थे एक्जिट पोल

राजस्थान में पिछले ट्रेंड को देखते हुए सभी एग्जिट पोल कांग्रेस को भारी मतों से जिता रहे थे।

न्यूजट्रैक के मुताबिक कांग्रेस 118-140 व भाजपा के 55-75 के बीच रहने की उम्मीद थी

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स का कांग्रेस को 105 सीटें, बीजेपी को 85 सीटें मिलने का अनुमान था।

इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में भी बीजेपी को 63 सीटें और कांग्रेस को 130 सीटें

सी-वोटर के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 137, बीजेपी को 60 और अन्य को 2 सीटें दी गई थीं।

जन की बात के मुताबिक राजस्थान में बीजेपी को 93, कांग्रेस को 91 और अन्य को 15 सीटें थीं।

न्यूज एक्स-एनईटीए के मुताबिक कांग्रेस को 112, बीजेपी को 80 और अन्य को 7 सीटें थीं।

जबकि अबतक मिले रुझानों में कांग्रेस 99, भाजपा 74 व अन्य 26 पर लीड कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में सभी को लगा झटका

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स के एग्जिट पोल में बीजेपी को 46, कांग्रेस को 35, बीएसपी को सात सीटें थीं।

न्यूजट्रैक के मुताबिक कांग्रेस को 40-50, भाजपा को 35-35 व अन्य को दो

इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने कांग्रेस को 60 और बीजेपी को 26 सीटें दी थीं।

सी-वोटर का दावा था कि कांग्रेस को 46, बीजेपी को 39 और बीएसपी+ को 5 सीटें

एबीपी-सीएसडीएस के मुताबिक बीजेपी को 46, कांग्रेस को 29 सीटें मिलनी थीं

'जन की बात' का दावा था कि बीजेपी 44, कांग्रेस 40, बीएसपी 5 सीटें जीत सकती हैं।

टुडेज चाणक्य ने कांग्रेस को 50 सीटें, बीजेपी को 36 और अन्य के खाते में 4 सीटों की बात कही थी

न्यूज एक्स-एनईटीए ने भाजपा को 43, कांग्रेस को 40 और अन्य को 7 सीटें दी थीं।

जबकि अबतक मिले रुझानों में कांग्रेस 65, भाजपा 17 व अन्य 9 पर लीड कर रहे हैं।

तेलंगाना में वास्तविकता से कोसों दूर रहे आकलन

तेलंगाना में सभी एग्जिट पोल्स टीआरएस की जीत का दावा तो कर रहे थे लेकिन आंकड़ों पर क्या था उनका आकलन।

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स ने टीआरएस को 66, कांग्रेस को 37, बीजेपी को 7 और अन्य को 9 सीटें दी थीं

न्यूजट्रैक ने टीआरएस को 60-67, कांग्रेस को 30-35 व भाजपा को 05-10 सीटें दी थीं

सी-वोटर एग्जिट पोल में टीआरएस को 54, कांग्रेस को 53, बीजेपी को 5 सीटें थीं

इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया टीआरएस 85, कांग्रेस 27, बीजेपी 2, अन्य 5 सीटें थीं

जन की बात ने टीआरएस को 57, कांग्रेस को 45, एआईएमआईएम को 6, बीजेपी को 5 सीटें दी थीं

न्यूज एक्स-एनईटीए ने टीआरएस को 57, कांग्रेस को 46, बीजेपी को 6 और अन्य को 10 सीटें दी थीं।

जबकि अबतक मिले रुझानों में टीआरएस 94, कांग्रेस 21 व अन्य 4 को बढ़त है।

मिजोरम में क्या कहते थे एग्जिट पोल्स

न्यूजट्रैक ने मिजो नेशनल फ्रंट को 15-20, कांग्रेस को 12-18 के बीच रहने का अनुमान लगाया था

सी-वोटर ने मिजो नेशनल फ्रंट को 18, कांग्रेस को 16 और अन्य को 6 सीटें दी थीं

जबकि अबतक मिले रुझानों में एमएनएफ 26, कांग्रेस पांच व अन्य नौ हैं

अंततः सभी चैनलों के आंकड़े सच्चाई से दूर साबित हुए हैं। राजनैतिक दलों के साथ प्रमुख मीडिया एजेंसियां भी जनमन को समझने में असफल रही हैं।

राम केवी

राम केवी

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