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नीतिश कुमार के गले की हड्डी बना लालू का ऑडियो टेप, ऐसे गरमा गई बिहार की सियासत
Vinod Kapoor
पटना: बिहार की गठबंधन सरकार के सबसे बड़े घटक राष्ट्रीय जनतादल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और सरकार में वरिष्ठ मंत्री का पद संभाल रहे उनके दो बेटे मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं । कंपनी कानून का फायदा उठा गलत तरीके से संपत्ति जमा करने के मामले में लालू और उनके परिवार के शामिल होने के कारण बिहार सरकार की फजीहत पहले से हो रही थी।
अब ताजा मामला लालू प्रसाद यादव और जेल में बंद पूर्व सांसद व बाहुबली राजद नेता शहाबुद्दीन के बीच फोन पर हुई बातचीत का एक निजी टीवी चैनल द्वारा खुलासा किए जाने का है। खबरिया चैनल रिपब्लिक टीवी आज से ही एयर हुआ है और उसने पहले ही दिन ऐसा बम फोड़ा जो बिहार सरकार और खासकर नीतिश कुमार के गले ही हड्डी बनता दिख रहा है। बातचीत का ऑडियो टेप जारी होते ही बिहार की सियासत गरमा गई है। विपक्ष ने जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधा है, वहीं सत्ताधारी नेता अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में लालू से मिली हार को अभी तक भूले नहीं हैं । इसलिए वो लालू के सभी कारनामों को लगातार उजागर करते आ रहे हैं । लालू के बेटे और बिहार के पर्यटन और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के पटना के चिड़ियाघर के लिए 90 लाख की मिट्टी बिना टेंडर के खरीदने का मामला उछाला था।
बाद में जब परत खुली तो पता चला कि ये मिट्टी लालू परिवार के बिहार के बन रहे सबसे बड़े माल से उठाई गई थी। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में प्लॉट लेने और कांति सिंह के अलावा रघुनाथ झा से भी करोड़ों का उपहार लेने का मामला भी सुशील मोदी की नजर से छुप नहीं सका ।
अब लालू प्रसाद यादव और तिहाड़ जेल में बंद शहाबुद्दीन के ऑडियो टेप के उजागर होने पर पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "एक निजी चैनल ने यह साफ कर दिया है कि लालू, माफिया से नेता बने शहाबुद्दीन से कैसा निर्देश ले रहे हैं। क्या नीतीश कुमार कार्रवाई करेंगे?"
क्या किया मोदी ने ट्वीट ?
मोदी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है, "शहाबुद्दीन अभी भी राजद का सदस्य है, उसे लालू ने पार्टी से निलंबित नहीं किया है भले ही वो हत्या के मामले में जेल में बंद है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि बिहार के मंत्री अब्दुल गफूर और अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सीवान जेल जाकर शहाबुद्दीन से मुलाकात की लेकिन नीतिश कुमार इस मामले में पूरी तरह चुप हैं । सुशील मोदी ने केंद्र सरकार से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
क्या बोले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ?
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा, "इस ऑडियो के आने से साबित हो गया है कि राज्य में अपराधियों के संरक्षण में सरकार चल रही है। इस मामले में केंद्र को हस्तक्षेप करना चाहिए।" इधर, जद (यू) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि ऑडियो की सच्चाई जानने के बाद ही वह इस मामले पर कोई बयान देंगे। अभी इस बारे में कुछ टिप्पणी करना सही नहीं है। ऑडियो में शाहबुद्दीन, लालू प्रसाद को सीवान के पुलिस अधीक्षक को हटाने की बात कर रहे हैं।