इंदौर में नाइट कल्चर पर भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी टिप्पणी रखी है. उन्होंने कहा कि नाइट कल्चर तो निशाचरों की परंपरा है और इंदौर में निशाचर नहीं रहते.

इंदौर मां अहल्या की नगरी है जो भगवान शिव की उपासक थीं. इस नाइट कल्चर से संस्कृति भी खराब हो गई, यहां की पवित्रता पर भी दाग लगेगा और क्राइम भी बढ़ेगा.
लड़कियों के रील बनाने पर बाबा बागेश्वर ने कह दी ये बड़ी बात
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आजकल सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और डांस रील का ट्रेंड इतना बढ़ गया है कि जहां देखो वहां लोग कैमरा लेकर एक्टिंग और डांस करते दिख जाते हैं.
इस पर अब बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भी बड़ा बयान आया है. उन्होंने लड़कियों द्वारा रील बनाए जाने को 'मुजरा' करार दिया है.
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जब तक हमारे देश की बेटियां अपने अस्तित्व को नहीं समझेंगी और मोबाइल पर मुजरा बंद नहीं करेंगी तब तक भारतीय संस्कृति का बचना बहुत मुश्किल है
उन्होंने कहा हमारी बहन-बेटियों के रणचंडी बनना होगा, रानी लक्ष्मीबाई के आदर्शों को पढ़ना होगा और इसका पालन करना होगा. अपने आदर्शों को स्थापित करने के लिए जागना होगा.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यह भी कहा कि हम तो साधु हैं, केवल कह सकते हैं, प्रेरणा दे सकते हैं, चलना तो भारत के लोगों को ही पड़ेगा.
शास्त्री ने कहा धर्म के नीचे राजनीति चलती है, राजनीति से धर्म नहीं चलता. राजसत्ता अपने को महान और धर्म को नीचे बताता है, उस राजसत्ता, नेता और राजनीति का विनाश होगा
शास्त्री के बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है. यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं