ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि को वैसे तो पूजा-पाठ, धर्म-कर्म और पुण्य प्राप्ति के लिए खास माना जाता है, लेकिन इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का भी महत्व है।
पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी की पूजा करने और कुछ उपायों को करने से देवी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 21 जून की सुबह 6 बजकर 1 मिनट पर पूर्णिमा लग जाएगी और 22 जून को सुबह 5 बजकर 7 मिनट पर इसका समापन होगा।
पूर्णिमा से जुड़े पूजा-पाठ और व्रत 21 जून को किए जाएंगे।वहीं 22 जून की पूर्णिमा स्नान-दान के लिए होगी।
पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी को गुलाब के फूल अर्पित कर पूजा करने से मनोकामना पूर्ति होती है और परेशानियों से मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं।
ज्योतिष के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा पर तीन गुलाब के फूल और तीन बेला को हाथों में लेकर प्रार्थना करें और फिर जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से कार्य बिना किसी अड़चन के पूरा हो जाएगा।
आर्थिक तंगी से परेशान हैं 5 लाल गुलाब के फूल को सफेद रंग के कपड़े में चारों कोने में एक-एक बांध दें। पांचवे गुलाब को बीच में रखकर बांधे और फिर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
घर पर सुख-शांति और समृद्धि बनी रही, इसके लिए पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को लाल रंग के गुलाब के फूल चढ़ाकर पूजा करें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा की रात एक चांदी की कटोरी में कपूर और लाल गुलाब की कुछ पखुड़ियों को जलाएं। इसे मां लक्ष्मी के सामने रखकर अपनी समस्याओं को दूर करने की प्रार्थना करें।