शास्त्रों में पितृ दोष को बेहद खतरनाक माना गया है, इसके दुष्प्रभाव से परिवार की कई पीढ़ियों को नुकसान होता है।
कहते हैं अगर कार्य में बार-बार बाधा आ रही है, मेहनत, ईमानदारी के बाद भी असफलता मिल रही है तो ये पितृ दोष के लक्षण होते हैं।
आकस्मिक दुर्घटना का शिकार होना या फिर अचानक से आई बीमारी के कारण पूरा पैसा बर्बाद हो जाना पितृ दोष का कारण माना जाता है।
अगर पितृ पक्ष से पहले आपके साथ भी हो रही है ऐसी घटनाएं तो आपको इसके बारे में सोचने की जरूरत हैं।
अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो पितरों की शांति के लिए दान, पुण्य करें।
अगर पितृ पक्ष से पहले पति-पत्नी या परिवार के सदस्यों में विवाद ज्यादा बढ़ जाए तो इसे अच्छा नहीं माना गया है। मान्यता है घर में क्लेश होना पितृ दोष का कारण होता है।
पितृ पक्ष से पहले घर में अचानक पीपल का पेड़ उगना, तुलसी का सूख जाना भी अशुभ संकेत माना गया है। मान्यता है कि ये घटनाएं पितरों की नाराजगी दर्शाती हैं।
पितरों की शांति और पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो पितृ पक्ष में ब्राह्मण को भोजन कराएं, पंचबली भोग निकालें, जरुरतमंदों को दान दें।