'क्रश' को 'प्यार' तो नहीं समझ बैठे आप? इन संकेतों से जानें
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जब आप किसी नए रिलेशनशिप में जाने की सोच रहे होते हैं तो अक्सर आपका दिल किसी को भी देखकर धड़क उठता है।
आप उसे ही प्यार समझने लगते हैं। ऐसे में समय गुजरने के साथ आपका दिल टूटता है। साथ ही, आपके उस साथी के साथ भी बुरा हो जाता है, इसलिए प्यार और क्रश के बीच के अंतर को समझना बहुत जरूरी है।
आइए जानते हैं इन संकेतों से क्रश-लव के बीच के क्या अंतर होता है।
लव यानी प्यार और क्रश यानी आकर्षण। अगर आप कुछ बातों पर ध्यान दें तो इनकी पहचान बड़ी आसानी से कर सकते हैं।
इमोशन की गहराई को समझें: क्रश आमतौर पर तेजी से आपके ध्यान को आकर्षित करता है। यह इंसान के लुक्स, स्टाइल या किसी विशेष आदत या अदा पर निर्भर करता है। हालांकि, यह आकर्षण कुछ दिन का ही होता है।
बर्ताव और सोच में अंतर: जब आपको किसी पर क्रश होता है तो आप अकेले में उसके बारे में कल्पना करने लगते हैं, लेकिन इस बात पर ध्यान नहीं देते कि रिश्ते में गहराई है भी या नहीं। जबकि प्यार में पड़ने पर आप उसके साथ अपने जीवन के हर पहलू को साझा करना चाहते हैं।
टाइम मैनेजमेंट: क्रश आमतौर पर समय के साथ फीका पड़ता जाता है। जैसे-जैसे समय गुजरता है, यह आकर्षण भी कम होता जाता है, जबकि प्यार समय के साथ और भी मजबूत होता जाता है।
उसके प्रति इमोशन: क्रश में आपको पार्टनर की खामियों के बारे में पता न हो, लेकिन जैसे ही आप उनके बारे में जानने लगते हैं, आप उनसे दूरी बनाने लगते हैं, लेकिन प्यार में पड़ने के बाद आप उसे पूरी तरह स्वीकार कर लेते हैं।
मानसिकता में बदलाव: किसी के प्रति क्रश हो और वह कहीं दूर चला जाए तो आप किसी दूसरे की तरफ आकर्षित हो जाते हैं, जबकि प्यार में पड़ने के बाद उससे दूर होने पर परेशान होने लगते हैं और खुद के इमोशन पर कंट्रोल नहीं रहता है।