मायावती ने डबल पावर के साथ भतीजे को सौंपी ये जिम्मेदारी

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बसपा ने अपने भतीजे आकाश आनंद को दोबारा पार्टी का कोऑर्डिनेटर बना दिया है वह भी ज्यादा पावर के साथ।अब यह भी तय हो गया है कि विरासत वही संभालने वाले हैं।
मायावती ने चुनाव के दौरान उन्हें अपरिपक्व बताकर उत्तराधिकारी के पद से हटा दिया था, लेकिन अब उन्हें एक्स्ट्रा पावर के साथ नई जिम्मेदारियां भी सौंप दी है।
लोकसभा चुनाव का आकलन करें तो यह दिखेगा कि उस समय मायावती का लिया हुआ फैसला अराजनीतिक रूप से सही था।
मायावती ने जब आकाश आनंद को चुनाव प्रचार के लिए लॉन्च किया तो उनकी पहली सभा यूपी की नगीना में थी। यह वही सीट है जहां से भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण लोकसभा सीट जीतकर संसद में गए हैं।
यहां पर आकाश आनंद का भाषण तो जोरदार रहा ही। साथ ही उनकी बड़ी वाहवाही हुई, लेकिन इस सीट पर बसपा का उम्मीदवार चौथे नंबर पर रहा।
आकाश ने कई जनसभाएं की, लेकिन रिजल्ट में आकाश आनंद एक भी सीट नहीं लेकर आ पाए। इसी कारण मायावती ने आकाश को परिपक्व कहकर पद से हटा दिया था।
मायावती के संगठन को खड़ा करने और चुनाव प्रचार करने के लिए आकाश को पहले नेशनल कॉर्डिनेटर बनाया था इसके बाद 10 दिसंबर 2023 को उन्हें मायावती ने अपना उत्तराधिकारी बना दिया था।
बीते चुनाव में आकाश आनंद के पास कोई प्रभार नहीं था वह सिर्फ यूपी में प्रचार कर रहे थे, लेकिन अब उन्हें दुगनी ताकत के साथ पार्टी में वापस लाया गया है।
मायावती ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा कि आगे से हर मीटिंग, हर फैसले में या यू कहें की हर समीक्षा में आकाश अहम भूमिका निभाएंगे।
मायावती ने कहा कि बहुत से कार्यकर्ताओं ने आकाश आनंद की मीटिंग में अनुशासनहीनता बरती है, लेकिन अब अनुशासन के साथ आकाश आनंद के साथ होना होगा।
अब आने वाले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों का चयन आकाश आनंद ही करेंगे। एक तरफ चंद्रशेखर आजाद संसद पहुंच चुके हैं तो मायावती भी आकाश के भरोसे अपनी आगे की सियासत करेंगी।