यूपी पुलिस ने मुहर्रम जुलूस में क्यों किए 40 मुसलमानों पर केस दर्ज

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कानपुर में मोहर्रम जुलूस के दौरान 'सर तन से जुदा' के नारे लगाने के मामले में यूपी पुलिस हरकत में आ गई है।
मोहर्रम के दौरान बरेली में एक दूसरे समुदाय के घर पर पत्थरबाजी, महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई।
बरेली में मोहर्रम में हुई इस हिंसा के बाद 35 लोगों के पर यूपीर पुलिस ने FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी किया है। वहीं, एक के घर पर बुलडोजर भी चला दिया गया।
23 जुलाई को कानपुर में एक शख्स के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई। मोहर्रम के दिन कानपुर में तीन अलग-अलग जगह पर आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए।
सुत्रों के मुताबिक कानपुर में पार्षद के घर के बाहर नारे लगाए गए कि 'अगर हिंदुस्तान में रहना है तो अल्लाह हू अकबर' कहना होगा। दूसरा नारा 'सर तन से जुदा' का लगाया गया।
इन नारों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इन दोनों-तीनों वीडियो को लेकर एक केस भी दर्ज किया गया है, जिसके बाद पुलिस कार्रवाई भी शुरू हो गई है।
पुलिस द्वारा शुरू की गई कार्रवाई से यह तो पता चलता है कि मोहर्रम पर किसी ने आपत्तिजनक नारे लगाए और हिंसा की तो सरकार किसी को बख्शेगी नहीं।
कानपुर पुलिस ACP अभिषेक कुमार पांडे ने कहा कि कानपुर में 16 और 17 जुलाई की रात को निकले मोहर्रम जुलूस में कुछ व्यक्तियों द्वारा आपत्तिजनक नारे लगाए जा रहे थे।
भारतीय न्याय संहिता और आईटी एक्ट के तहत जुलूस का आयोजन करने वाले और 40 से 50 अज्ञात व्यक्तियों पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है।