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अखिलेश पर लगा ‘टोटी’ चोरी का आरोप, मंत्री बोले- टोटी से इतना क्‍यों हैं परेशान  

sudhanshu
Published on: 13 Jun 2018 10:05 AM GMT
अखिलेश पर लगा ‘टोटी’ चोरी का आरोप, मंत्री बोले- टोटी से इतना क्‍यों हैं परेशान  
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लखनऊ: पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव के सरकारी बंगले पर सियासत तेज हो गई है। अखिलेश यादव जहां एक ओर अपने घर में किसी स्‍वीमिंग पूल न होने का दावा कर रहे हैं और टोटी निकाल ले जाने की बात को झूठा करार दे रहे हैं। वहीं बुधवार को राज्‍य सरकार के प्रवक्‍ता मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने उन पर पलटवार करते हुए टोटी से इतना परेशान होने पर तंज कसा। उन्‍होंने कहा कि खिसयानी बिल्‍ली खंभा नोंच रही है। जहां तक राज्‍यपाल के पत्र की बात है तो वह गलत नहीं है। लेकिन अखिलेश यादव जिस तरह की बहस कर रहे हैं, वो भाषा शैली सही नहीं है।

टैक्‍सपेयर के पैसे से बना है बंगला

मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि अखिलेश यादव एक क्षेत्रीय पार्टी के मुखिया हैं। वह पूर्व मुख्‍यमंत्री हैं और विदेश से पढाई करके आए हैं। जिस तरह की बहस उन्‍होंने छेड़ रखी है, वह सही नहीं है। राज्‍य संपत्ति विभाग का जो भी घर होता है, वो टैक्‍स पेयर के पैसे से बनता है। उसमें जो सामान होता है, वो जनता के पैसे से होता है। जब‍ तक कोई सीएम होता है, वो मुख्‍य सेवक होता है। लेकिन सत्‍ता जाने के बाद वो पूर्व मुख्‍य सेवक हो जाता है। लेकिन अखिलेश के भाव ऐसे नहीं हैं। यहां उल्‍टा चोर कोतवाल को डांट रहा है।

क्‍या घर की दीवार तोड़ना सभ्‍यता है

मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश पढ़ लिखे हैं। वह एक सवाल का जवाब दें कि जिस घर में कोई रह रहा हो, उसकी दीवार तोड़ना क्‍या सभ्‍यता है। दीवार तोड़ने के पीछे का रहस्‍य क्‍या है, ये बताइये। जनता की गहरी कमाई का पैसा योजनाओं में लगाया जाता है। सरकार का दायित्‍व होता है कि वह उन जनहित की योजनाओं को पूरा करे। अधूरी योजनाओं का उद्घाटन नहीं किया जाना चाहिए। जब जिम्‍मेदार सरकार आती है तो वह काम पूरा करवाकर उदृघाटन करती है। हम काम पूरा करवाकर इनोगरेशन कर रहे हैं।

अखिलेश की मेट्रो का नहीं बिका था टिकट

मंत्री ने आलमबाग स्‍टेशन के उद्घाटन की बात पर पलटवार करते हुए कहा कि जनता के पैसे से ये कार्य होते हैं। इन्‍होंने ऐसी मेट्रो चलाई जिसका एक भी टिकट न‍हीं बिका। ताज एक्‍सप्रेस वे नहीं बना था लेकिन इन्‍होंने प्‍लेन उतार दिया। ये सब सही नहीं है।

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