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लंदन से आकर भारत में चुनाव लड़ रही ये महिला, वजह बेहद खास है...

नौकशाम चौधरी को उस इलाके में भाजपा को जीत दिलाने की चुनौती है, जहां पार्टी का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। आपको बता दे कि लंदन से लौटी नौकशाम ने इटली और लंदन में पढ़ाई की है।

Aditya Mishra
Published on: 13 Aug 2023 12:30 PM GMT
लंदन से आकर भारत में चुनाव लड़ रही ये महिला, वजह बेहद खास है...
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श्रीधर अग्निहोत्री

नई दिल्ली: हरियाणा में इन दिनों विधानसभा चुनाव का जोर है। सत्ताधारी भाजपा और पूरा विपक्ष आमने-सामने है। लेकिन इस बार के चुनाव में एक मुस्लिम महिला प्रत्याशी की खूब चर्चा हो रही है।

उसका नाम नौकशाम चौधरी (27) है। यह मुस्लिम प्रत्याशी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही है। हरियाणा के मेवात जिले की मुस्लिम बहुल पुन्हाना सीट पर भाजपा ने उसे टिकट दिया है।

नौकशाम चौधरी को उस इलाके में भाजपा को जीत दिलाने की चुनौती है, जहां पार्टी का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। आपको बता दे कि लंदन से लौटी नौकशाम ने इटली और लंदन में पढ़ाई की है।

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यहां जानें नौकशाम चौधरी के बारे में सबकुछ

इसके अलावा वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस कालेज से स्नातक भी हैं। वह विशेष तौर पर चुनाव लड़ने के लिए विदेश से अपने वतन लौटी हैं।

भाजपा के लिए इस सीट को जीतना बेहद मुश्किल माना जाता है। यहां मुसलमानों की आबादी बहुत है। और वह यहां से कभी भी चुनाव नहीं जीत सकी है। इसलिए इस बार उसने अपनी रणनीति बदलते हुए नौकशाम को चुनाव मैदान में उतारा है।

पुन्हाना मुस्लिम बहुल मेवात जिले में आता है, जिसमें 5 लाख मतदाता हैं। इनमें से करीब 80 फीसदी मुस्लिम और महज 20 फीसदी ही हिंदू मतदाता हैं।

नौकशाम एक बडे परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता न्यायिक सेवा में रहे हैं। जबकि मां सरकारी विभाग में एक बडे ओहदे पर रही हैं। उनका कहना है कि वह हरियाणा के विकास के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं।

खुद के राजनीति में आने पर नौकशाम ने कहा कि मेरे पास प्राइवेट सेक्टर में एक अच्छी नौकरी थी लेकिन ये परिवर्तन इसलिए हुआ क्योंकि ये मेरा पैतृक क्षेत्र है।

ये अविकसित और पिछड़ा हुआ है। नेता धर्म के नाम पर लोगों का शोषण करते हैं। मेरा उद्देश्य इस क्षेत्र में महिलाओं के शिक्षा और सशक्तिकरण पर काम करने का है।

2018 में आई नीति आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेवात भारत का सबसे पिछड़ा जिला है। ऊबड़-खाबड़ सड़कें, गड्ढे, कचरे के ढेर पूरे क्षेत्र में एक आम दृश्य हैं। विशेष रूप से महिलाओं के बीच स्वास्थ्य संकेतक बहुत खराब हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे एनीमिया से पीड़ित हैं।

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2014 में दूसरे नम्बर रही थी बीजेपी

2014 हरियाणा विधानसभा चुनावों में मोदी लहर के बावजूद भाजपा मेवात की तीनों विधानसभा सीटों-पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका और नूह में दूसरे स्थान पर भी नहीं आ पाई थी।

परन्तु भाजपा की युवा प्रत्याशी नौकशाम का कहना है कि इस बार सारे राजनीतिक पंडित अपनी भविष्यवाणी भूल जाएगें क्योंकि इस चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित है।

यहां के आम लोग समझ चुके हैं कि बीजेपी राज्य और केंद्र दोनों जगह भी सरकार बना रही है, ऐसे में अगर उन्हें विकास और विधानसभा में अपना प्रतिनिधित्व चाहिए तो उन्हें भाजपा को ही चुनना होगा।

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Aditya Mishra

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