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मिनी सचिवालय को मस्जिद जैसा दिया रूप- रंग, इस बात पर बढ़ा बवाल

sudhanshu
Published on: 29 Jun 2018 2:00 PM GMT
मिनी सचिवालय को मस्जिद जैसा दिया रूप- रंग, इस बात पर बढ़ा बवाल
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रायबरेली: योगी सरकार में अब तक भगवा रंग में रंगी जाती सरकारी इमारतों की तो बहुत खबरें पढ़ी होंगी। लेकिन रायबरेली के बछरावां में एक नायाब मामला शुक्रवार को सामने आया है। यहां ग्राम थुलेंडी के नवनिर्मित मिनी सचिवालय के गुंबदों को प्रधान जलालुद्दीन ने हरे रंग मे रंगवा दिया। इस मामले पर लोग आक्रोशित हो गए। बात यहीं पर नहीं रूकी प्रधान ने मिनी सचिवालय के सजावटी सामानों जैसे गमलों आदि को भी समाजवादी पार्टी के कलर पैटर्न पर पेंट करवा दिया। इस बात पर बवाल बढ़ गया।

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मिनी सचिवालय को मस्जिद बनाने का आरोप

रायबरेली के विकास क्षेत्र बछरावां के अंतर्गत ग्राम सभा थुलेंडी में मिनी सचिवालय की नई बिल्डिंग का निर्माण हुआ है| प्रधान जलालुद्दीन ने बताया कि इस बिल्डिंग का निर्माण रायबरेली के पूर्व मुख्य विकास अधिकारी देवेंद्र पांडे के निर्देश पर हुआ था। जिसमें लगभग अभी तक 6 लाख रूपये खर्च किए जा चुके हैं| लेकिन ग्रामीणों में उस समय सियासी संग्राम मच गया जब ग्राम प्रधान जलालुद्दीन ने मिनी सचिवालय में मस्जिदों में प्रयोग होने वाले गुंबदों का इस्तेमाल कर डाला यही नहीं गुंबदों का रंग भी हरा रखा गया। जिसका ग्रामीणों ने खुलकर विरोध किया है|

बताते चलें कि ग्राम प्रधान जलालुद्दीन समाजवादी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता भी हैं। लिहाजा ग्रामीणों का कहना है कि समाजवादी पार्टी के झंडे में प्रयुक्त होने वाले रंगों का इस्तेमाल तो मिनी सचिवालय में होना ही था| प्रधान ने मिनी सचिवालय में रखे सभी सजावटी सामानों को समाजवादी पार्टी के रंग में रंग डाला जिसका ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर प्रधान ने मामले को तूल पकड़ता देख ग्रामीणों समझा दिया कि कि यह वन विभाग का सूचक है| लेकिन कुछ पढ़े-लिखे ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के बोर्ड को जब प्रधान को दिखाया गया तो प्रधान निरुत्तर हो गए। मामला उल्टा पड़ गया|

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प्रधान बोले- सुंदर बनाना चाहते थे सचिवालय

प्रधान जलालुद्दीन का कहना है उनका उद्देश्य सिर्फ मिनी सचिवालय को खूबसूरत साफ-सुथरा बनाना था। जिसके तहत मिनी सचिवालय में गुंबदों को लगवाया गया। इसमें कोई संप्रदायवाद की भावना नहीं थी। लेकिन कुछ विरोधी तत्वों ने राजनैतिक कारणों से इसका विरोध किया है| उन्होंने मिनी सचिवालय में रखे गमलों को समाजवादी पार्टी के रंग में रंगे होने पर सफाई देते हुए कहा है कि हमने गमलों को वन विभाग के सूचक के रंग में रंगने को कहा था। लेकिन पेंटर की गलती से पुताई में रंग ऊपर नीचे हो गया। इसका सुधार किया जाएगा|

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