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ये है यूपी ! 39 लाख में बनेगा सीएम का चित्र, सवा सात में स्पीकर का

Rishi
Published on: 18 Dec 2017 4:19 PM GMT
ये है यूपी ! 39 लाख में बनेगा सीएम का चित्र, सवा सात में स्पीकर का
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लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पेश योगी सरकार के पहले बजट में कई मुद्दों पर विपक्ष हमलावर है। दरअसल इस सप्लीमेंटरी बजट में विधानसभा में सीएम का चित्र लगाने के लिए करीब 39 लाख रुपये की मांग की गयी है। वहीं विधानसभा के सेंट्रल हाल में लगाने के लिए स्पीकर का चित्र बनाने के लिए करीब सवा सात लाख रुपये की मांग की गयी है। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है।

क्या हैं अनुपूरक बजट की मांग

विधानसभा सचिवालय को लेकर मांगे गये अनुदान संख्या 68 में यह लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में लगे मुख्यमंत्रियों के चित्र में सीएम योगी के तैल चित्र को बनाने और लगाने के लिए 39 लाख 48 हजार रुपये की मांग की गयी है। गौरतलब है कि विधानसभा में सभी मुख्यमंत्रियों के तैल चित्र लगाये गये हैं और अखिलेश सरकार में इस वीथिका को बनाया गया था। इसी तरह यूपी की विधानसभा के सेंट्रल हाल जिसे तकनीकी तौर पर राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हाल कहा जाता है उसमें स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित के तैल चित्र के लिए 7 लाख 23 हजार रुपये की मांग की गयी है।

महंत अवैद्यनाथ के नाम पर कबड्डी के लिए 16 लाख

योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवैद्यनाथ के नाम पर अखिल भारतीय कबड्डी कराने और इसकी प्राइजमनी के लिए भी अनुपूरक मांग में 16 लाख रुपये की मांग की गयी है।

विपक्ष हमलावर

सरकार की इस मांग पर सदन में तो बाद में चर्चा होगी पर विपक्ष ने इस तैल चित्र की कीमत को लेकर सवाल उठा दिए हैं। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के मुताबिक तैल चित्र लगना कोई नई बात नहीं पर इसकी दर्शाई गयी कीमत कुछ सवाल जरुर पैदा कर रही है हम सदन में चर्चा के दौरान पर मुद्दा उठाएंगे। इससे पहले मायावती की मूर्ति उनके पार्कों को लेकर भाजपा हमेशा से हमलावर रही है ऐसे में अब मुख्यमंत्री के तैल चित्र की कीमत को लेकर भाजपा की सरकार अपने ही दांव में उलझती दिख रही है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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