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योगी के मंत्री के दौरे में अफसरों को सौंपा खाना सर्व करने का काम
लखनऊ: योगी सरकार के मंत्री कभी अपने बयानों से तो कभी अपनी हरकतों से पार्टी और सरकार दोनों की किरकिरी करा रहे है। मदरसों के लिए अलग ड्रेस लागू करने का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि गुरुवार को सहकारिता मंत्री के कानपुर दौरे का एक महीने पुराना लेटर सोशल मीडिया मे खूब तेजी से वायरल होने लगा। लेटर में प्रशासनिक अधिकारियों को मंत्री को किचेन से डायनिंग टेबल पर खाना सर्व करने से लेकर दूसरे तरह के काम सौंपें गये थे। विवाद बढ़ता देख मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई। साथ ही इस आदेश को वापस ले लिया गया।
ये है पूरा मामला
मुकुट बिहारी वर्मा कानपुर के प्रभारी मंत्री के साथ ही योगी सरकार मे कैबिनेट मंत्री भी है। सोशल मीडिया मे वायरल हो रहे लेटर के मुताबिक यूपी के सहकारिता मंत्री को 5 मई 2018 को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कानपुर देहात मे भ्रमण के लिए जाना था।
कार्यक्रम में प्रभारी अधिकारी प्रोटोकाल की तरफ से कर्मचारियों/अधिकारियों को कार्य आवंटित किए गए थे।
उन्हें जारी दिशा- निर्देशों के अनुसार कानपुर माती के सर्किट हाउस पर 9 बजे पहुंचकर अपने दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करने को कहा गया था।
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क्या है विपक्ष की राय
सपा की प्रवक्ता जूही सिंह के मुताबिक अधिकारियों की मंत्री के दौरे में अधिकारियों की डयूटी लगाकर उनसे नास्ता और खाना सर्व कराना ठीक बात नहीं है। ऐसा करना बिलकुल गलत है। अधिकारियों के कार्यों का आवंटन करते समय उनके पद और गरिमा का ख्याल रखना चाहिए था। जो कि नहीं किया गया। इसके लिए जो भी अधिकारी दोषी हो उनके खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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क्या कहती है बीजेपी
बीजेपी के स्टेट मीडिया इंचार्ज हरीश चन्द्र श्रीवास्तव के मुताबिक ये एक गैर जिम्मेदाराना हरकत है, इसके लिए कार्यक्रम में अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने वाले अफसर जिम्मेदार है। उन्हें काम आवंटित करते समय पद और गरिमा का ध्यान रखना चाहिये।
विभाग की तरफ से वापस लिया गया आदेश
सहकारिता मंत्री की फटकार के बाद सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता, कानपुर देहात की तरफ से एक संशोधित लेटर जारी कर इस मामले पर सफाई दी गई। सम्बन्धित अधिकारी कि तरफ से कहा गया कि कर्मचारियों/ अधिकारियों कि ड्यूटी त्रुटिवश लग गई थी। इस आदेश को संसोधित करते हुये उन्हें आदेश दिया जाता है कि वे उक्त तिथि को अपने कार्यालय मे उपस्थित रहेंगे। साथ ही मंत्री कि द्वारा कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराएंगे।
क्या कहते है विभागीय मंत्री
सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के मुताबिक वायरल चिट्ठी का संज्ञान ले लिया गया है। मुझें जैसे ही आदेश के बारे मे जानकारी हुई। मैंने फौरान अधिकारियों को इस आदेश को वापस लेने के लिए निर्देश दिया था। मैं खुद ही एक किसान का बेटा हूं। मुझें अपने लिए राजा - महराजा जैसे व्यवस्था बिल्कुल भी पसंद नहीं है।
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