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रियो ओलंपिक में हॉकी टीम का पहला मैच आज, आयरलैंड से होगी भिड़ंत
रियो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम शनिवार को अपना पहला मैच आयरलैंड के खिलाफ खेलेगी। खिलाड़ियों की कोशिश जीत के साथ खेलों के इस महाकुंभ में आगाज करने की होगी। इसके बाद 8 अगस्त को जर्मनी से आमना-सामना होगा। फिर 9 अगस्त को अर्जेंटीना से भिड़ेगी और 11 अगस्त को नीदरलैंड्स से दो-दो हाथ करेगी। क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को 5 में से 2 मैच जीतने होंगे। वहीं, ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच कनाडा से 12 को होगा। बता दें कि 2014 एशियन गेम्स में गोल्ड जीतकर हॉकी टीम ने ओलंपिक का टिकट हासिल किया था।
रियो डी जिनेरियो: रियो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम शनिवार को अपना पहला मैच आयरलैंड के खिलाफ खेलेगी। खिलाड़ियों की कोशिश जीत के साथ खेलों के इस महाकुंभ में आगाज करने की होगी। इसके बाद 8 अगस्त को जर्मनी से आमना-सामना होगा। फिर 9 अगस्त को अर्जेंटीना से भिड़ेगी और 11 अगस्त को नीदरलैंड्स से दो-दो हाथ करेगी।
क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को 5 में से 2 मैच जीतने होंगे। वहीं, ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच कनाडा से 12 को होगा। बता दें कि 2014 एशियन गेम्स में गोल्ड जीतकर हॉकी टीम ने ओलंपिक का टिकट हासिल किया था।
ग्रुप-बी में है हॉकी टीम
भारतीय हॉकी टीम को ग्रुप-बी में रखा गया है। भारत के अलावा इस ग्रुप में अर्जेंटीना, कनाडा, जर्मनी, आयलैंड और नीदरलैंड्स की टीमें हैं। वहीं ग्रुप-ए में ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, ग्रेट ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और स्पेन को रखा गया है।
जोश में हैं टीम
भारतीय हॉकी टीम ने इसी साल लंदन में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में सिल्वर मेडल जीता था। फाइनल मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को कड़ी टक्कर दी थी। वर्ल्ड रैकिंग में टीम 5वें नंबर पर है। लंबे समय बाद टीम ने टॉप 5 में जगह बनाई। रियो भेजी गई इस टीम में जोश और अनुभव का अच्छा तालमेल है। कप्तान श्रीजेश और वीआर रघुनाथ पर जीत का सबसे ज्यादा दारोमदार होगा।
ओपनिंग सेरेमनी का हिस्सा नहीं बन पाई टीम
खेलों के महाकुंभ की रंगारंग ओपनिंग हुई। निशानेबाज अभिनव बिंद्रा में हाथों में तिरंगा थामकर भारतीय दल की अगुवाई की, लेकिन हॉकी टीम इसका हिस्सा नहीं बन सकी। जर्सी का साइज ठीक न होने की वजह से टीम इसमें शामिल नहीं हो सकी।
ओलंपिक में भारत का इतिहास
भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में आठ गोल्ड मेडल जीते हैं। इसके अलावा एक सिल्वर और दो ब्रांज मेडल भी भारत की झोली में हैं। 1928 में हॉकी टीम ने पहली बार ओलंपिक गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद 1956 तक ओलंपिक में टीम को कोई भी नहीं हरा सका। भारत ने 1975 हॉकी वर्ल्ड कप पर भी अपना कब्जा जमाया था, लेकिन पिछले 36 साल से भारत को हॉकी में एक भी मेडल नसीब नहीं हुआ है।